कम्पीटीशन रिव्यू

मैं 12वीं कर चुकां हूं और एनडीए की तैयारी करना चाहता हूं। मुझे क्या करना चाहिए? — अंकित, पालमपुर नेशनल डिफेंस एकेडमी व नेवल एकेडमी की परीक्षा में शामिल होने के लिए  न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भौतिकी और गणित से 12वीं तथा आयु 16-5 वर्ष से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इस परीक्षा में दो

गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ। इस नारे के साथ देश में जगह-जगह गणपति की मूर्ति विसर्जित की जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से अगले 10 दिन तक गणपति को वेद व्यास जी ने भागवत कथा सुनाई थी। इस कथा को

कहानी गणेश जी के जन्म की कहानी बहुत रोमांचक है। बहुत साल पहले जब पृथ्वी पर राक्षसों का आतंक बढ़ गया था, तब महादेव शिव देवों की सहायता करने शिवलोक से दूर गए हुए थे। माता पार्वती, शिव भगवान की धर्मपत्नी, शिवलोक में अकेली थीं। जब पार्वती जी को स्नान करने की इच्छा हुई, तो

भागमल सौहटा 16 जुलाई को लगभग 11 बजे शिमला से एक छोटे से दल को लेकर धामी के लिए चल पड़े। इस दल के दो सदस्यों (भगत राम और देवी सरन) ने कांग्रेस का झंडा उठा रखा था। जब भागमल सौहटा और उनके साथी धामी की सीमा के पास घनाहट्टी के पास पहुंचे, तो रियासत

जानकारियां भारतीय हिंदू परंपरा के अनुसार श्रीगणेश को पंच देवतओं के बीच सबसे प्रथम महत्त्व दिया जाता है। गणपति के 108 नामों में एक नाम है ‘एकदंत’। उन्हें एकदंत कहा जाता है पर क्या आप यह जानते हैं की उन्हें उनका यह नाम कैसे मिला। गणपति का ‘एकदंत’ नाम कैसे पड़ा। एक कहानी है महाभारत

1.दादा साहेब फाल्के पुरस्कार कब शुरू किया गया था ? 1969 में 2.दुनिया की सबसे छोटी महिला कौन है ? ज्योति आम्गे 3.डब्ल्यू एचओ का मुख्यालय कहां पर स्थित है ? जेनेवा, स्विट्जरलैंड 4.आईने अकबरी के लेखक कौन हैं ? अबुल फजल 5.होपमेन कप किस खेल से संबधित है ? टेनिस 6.देशबंधु के नाम से कौन

बच्चों आपको पता है गणेश के गजानन बनने से जुड़े कई पौराणिक प्रसंग या विचार किया है कि गणेश का मस्तक कटने के बाद उसके स्थान पर गजमुख तो लगा, लेकिन उनका असली मस्तक कहां गया। जानिए, उन प्रसंगों में ही उजागर यह रोचक बात। ब्रह्मांड पुराण के मुताबिक जब माता पार्वती ने श्री गणेश

संसद के आंतरिक मामले न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में नहीं संसद तथा कार्यपालिका संसद के किसी भी सदन की किसी कार्यवाही की विधिमान्यता को, प्रक्रिया की किसी कथित अनियमितता के आधार पर, किसी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकती। प्रत्येक सदन का पीठासीन अधिकारी या कोई अन्य अधिकारी, संसद  सदस्य जिसमें प्रक्रिया को विनियमित

नर्देशक : साजिद अली कलाकार : तृप्ति डिमरी, अविनाश तिवारी, मीर सरवार, सुमित कौल रिलीज दिनांक : 7 सितंबर २०१८ दिव्य हिमाचल की रेटिंग : **/5 लैला-मजनूं की अमर प्रेम कहानी  को इतनी बार दिखा दिया  पर किसी भी कहानी में रियल लैला-मजनूं की अमर प्रेम कहानी नहीं लगी। यह फिल्म कैस भट्ट (अविनाश तिवारी)