मृदंग निर्देशक : रितेश एस कुमार कलाकार : मनोज कुमार, राव रोज लशकर रिलीज दिनांक : 27 अगस्त 2018 **** तीफा इन ट्रबल निर्देशकः अहसान रहिम कलाकार : अली जफर, अहसान रहिम, डैन्याल जफर रिलीज दिनांक : 27 अगस्त 2018
मोबाइल के अंदर डाले जाने वाले सिम कार्ड का एक अपना अलग महत्त्व है, अगर किसी मोबाइल के अंदर सिम कार्ड न हो तो, मोबाइल केवल म्यूजिक सुुुनने का साधन रह जाएगा, पर क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि जिस सिम का प्रयोग मोबाइल में किया जाता है। उसका एक कोना कटा हुआ होता
इस गांव की स्वच्छता देखकर हर किसी के मुंह से बरबस ही ‘वाह’ के शब्द निकल आते थे। गांव का हर आदमी सफाई का विशेष ध्यान रखता था। बच्चे भी इस कार्य में हर तरह से सहयोग देते थे। आखिर क्यों न दें। बचपन से ही वे अपने घर वालों को साफ-सफाई का पूरा ध्यान
पति : शाम को बहुत उदास होकर घर लौटा। पत्नी : क्या हुआ जी , पति : आज हमारे आफिस की बिल्डिंग गिर गई। सारे लोग मर गए। पत्नी : तो आप कैसे बचे। पति : मैं सिगरेट पीने बाहर गया हुआ था न। पत्नी : चलो शुक्र है सिगरेट का। जिसने तुम्हारी जान बचा
जन्मदिवस 26 अगस्त मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को यूगोस्लाविया में हुआ। मदर टेरेसा के पिता का नाम निकोला बोयाजू था तथा वह एक साधारण व्यवसायी थे। एक रोमन कैथोलिक संगठन की वह सक्रिय सदस्य थीं और 12 वर्ष की अल्पायु में ही उनके हृदय में विराट करुणा का बीज अंकुरित हो उठा
कसौटी जिंदगी की -2 एकता कपूर ने 17 साल पुराने शो ‘कसौटी जिंदगी की’ के वापस आने से फैंस काफी खुश हैं । 10 सितंबर से फिर से आप इस शो को अपने चहते स्टारप्लस पर देख सकते हैं। हाल ही में इस शो का टीजर लॉंच हुआ है। जिसमें नई ‘प्रेरणा’ का रोल कर
जिंदगी में बीमारियों ने मनुष्य के शरीर में अपनी पैठ बना ली है तो लोग भी उनका जड़ से इलाज चाहते हैं। इसके लिए वे होम्योपैथी का सहारा लेते हैं। यह एक ऐसी पद्धति है, जिसमें उपचार में तो समय लगता है, लेकिन यह बीमारी को जड़ से मिटाती है। यही कारण है कि यह
सोनी सब पर प्रसारित हो रहे धारावहिक सुपर सिस्टर्स में वैशाली ठक्कर ने शिवानी की भूमिका अदा की है। प्रस्तुत हैं वैशाली से उनके शो को लेकर हुई वार्ता के प्रमुख अंशः अपने किरदार के बारे में बताएं? शिवानी एक साधारण, प्यारी, समझदार लड़की है, जो हर स्थिति को संभालना जानती है। वह अपने परिवार
श्रीदेवी बहुत याद आई … मशहूर अदाकार चांदनी, सबके दिलों में राज करने वाली (श्रीदेवी) को कोई चांदनी से याद करता है, तो कोई हवा हवाई। सबको रुला कर तो चली गईं, लेकिन दिलों से कैसे निकलेगी। आज भी चांदनी की फिल्मों को लोग बहुत ध्यान से देखते हैं। कुछेक के दिलों में तो अभी