पति : शाम को बहुत उदास होकर घर लौटा। पत्नी : क्या हुआ जी , पति : आज हमारे आफिस की बिल्डिंग गिर गई। सारे लोग मर गए। पत्नी : तो आप कैसे बचे। पति : मैं सिगरेट पीने बाहर गया हुआ था न। पत्नी : चलो शुक्र है सिगरेट का। जिसने तुम्हारी जान बचा
जन्मदिवस 26 अगस्त मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को यूगोस्लाविया में हुआ। मदर टेरेसा के पिता का नाम निकोला बोयाजू था तथा वह एक साधारण व्यवसायी थे। एक रोमन कैथोलिक संगठन की वह सक्रिय सदस्य थीं और 12 वर्ष की अल्पायु में ही उनके हृदय में विराट करुणा का बीज अंकुरित हो उठा
कसौटी जिंदगी की -2 एकता कपूर ने 17 साल पुराने शो ‘कसौटी जिंदगी की’ के वापस आने से फैंस काफी खुश हैं । 10 सितंबर से फिर से आप इस शो को अपने चहते स्टारप्लस पर देख सकते हैं। हाल ही में इस शो का टीजर लॉंच हुआ है। जिसमें नई ‘प्रेरणा’ का रोल कर
जिंदगी में बीमारियों ने मनुष्य के शरीर में अपनी पैठ बना ली है तो लोग भी उनका जड़ से इलाज चाहते हैं। इसके लिए वे होम्योपैथी का सहारा लेते हैं। यह एक ऐसी पद्धति है, जिसमें उपचार में तो समय लगता है, लेकिन यह बीमारी को जड़ से मिटाती है। यही कारण है कि यह
सोनी सब पर प्रसारित हो रहे धारावहिक सुपर सिस्टर्स में वैशाली ठक्कर ने शिवानी की भूमिका अदा की है। प्रस्तुत हैं वैशाली से उनके शो को लेकर हुई वार्ता के प्रमुख अंशः अपने किरदार के बारे में बताएं? शिवानी एक साधारण, प्यारी, समझदार लड़की है, जो हर स्थिति को संभालना जानती है। वह अपने परिवार
श्रीदेवी बहुत याद आई … मशहूर अदाकार चांदनी, सबके दिलों में राज करने वाली (श्रीदेवी) को कोई चांदनी से याद करता है, तो कोई हवा हवाई। सबको रुला कर तो चली गईं, लेकिन दिलों से कैसे निकलेगी। आज भी चांदनी की फिल्मों को लोग बहुत ध्यान से देखते हैं। कुछेक के दिलों में तो अभी
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा कि राजनीति के जरिए देश की सेवा करने से पहले हर किसी को वैराग्य हासिल करना चाहिए। कंगना की मानें तो वह कभी भी राजनीति को अपना करियर नहीं बनाएंगी। राजनीति में जाना है, तो उद्देश्य सिर्फ देश की सेवा करने का होगा… जग्गी सदगुरु के साथ एक चर्चा
* पाकिस्तान 14 अगस्त को आजाद हुआ था और भारत 15 अगस्त को। * आजादी एक दिन में नहीं बल्कि बरसों संघर्ष करने के बाद मिली। आजादी के लिए पहला बलिदान 1857 में दिया गया। * 14 अगस्त की मध्यरात्रि को नेहरू ने एक भाषण दिया था ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी’ इसे पूरी
टहलना या घूमना सेहत के लिए बहुत ही जरूरी होता है। इससे शरीर स्वस्थ, सुंदर और फुर्तीला होता है। अतः हर इनसान को रोज सूर्य देव के निकलने से पहले नदी किनारे, सड़क, गार्डेन, जहां स्वस्थ वातावरण हो -घूमना, टहलना चाहिए… टहलना या घूमना सेहत के लिए बहुत ही जरूरी होता है। इससे शरीर स्वस्थ्य,