कम्पीटीशन रिव्यू

समुद्र तल से 3050 मीटर की ऊंचाई पर हिमाचल प्रदेश के शिप्की क्षेत्र से प्रवेश करती है। यहां पहुंचने तक यह पश्चिमी तिब्बती हिमालय में 450 किलोमीटर की लंबी यात्रा तय करती है। शिप्की से यह जिस क्षेत्र में प्रवेश करती है, उसे किन्नौर कहा जाता है… हिमाचल की नदियां सतलुज नदी – सतलुज अपने

हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में निम्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। पद – जूनियर स्केल स्टैनोग्राफर। शैक्षणिक योग्यता – स्नातक होने के साथ-साथ स्टैनो- टाइपिस्ट या जूनियर स्केल स्टैनोग्राफर के तौर पर तीन वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। इसके अतिरिक्त उनके पास स्टैनोग्राफी में 90 शब्द प्रति मिनट

हिमाचल के धार्मिक गीतों में जो गीत शिव संबंधी हैं, उनमें शिव को ही सृष्टि का आदिकर्ता कहा गया है। इसके अनुसार सृष्टि के आरंभ में न धरती थी, न आकाश, न जल, न वायु और न ही सूर्य और चंद्र थे। केवल शिव ही धूनी जमाए और भस्म लगाए थे… प्रागैतिहासिक हिमाचल खशोंें और

हिमाचल प्रदेश के किस जिले में ‘बीस महोत्सव’ मनाया जाता है ? (क) किन्नौर              (ख) सोलन (ग) शिमला              (घ) मंडी ‘ राक्षस पूजा ’ कहां पर आम प्रथा के रूप में पाई जाती है? (क) मंडी में              (ख) कांगड़ा में (ग) किन्नौर में            (घ) सोलन में ‘ फारबिडन लैंड ’ हिमाचल के किस भू-भाग को

मुस्लिम लीग के साथ ब्रिटिश सरकार  की सहानुभूति पाकिस्तान के सैनिक शासकों ने एक पूरी जाति को नष्ट करने का प्रयास किया। इस्लाम की एकता के नारों को भूलकर, मुसलमानों ने मुसलमानों के साथ तरह-तरह के अमानुषिक, कुत्सित और वीभत्स अत्याचार किए। इन सबसे भी जब सैनिक तानाशाहों को शांति न मिली, तो दिसंबर, 1971

भाइयों ने कहा हम राजा से प्रार्थना करके तुम्हें छुड़वा लेंगे, किंतु यदि हम यह कह दें कि खून हमने किया है तो हमें छुड़वाने वाला कोई नहीं होगा। भोला मोहन को फांसी की सजा सुना दी। गांव के लोग निरपराध को फांसी पर लटकते देख कर रो पड़े… मोहणा गाथा भाइयों ने सीधे-सीधे मोहन

डबिंग के क्षेत्र में किस तरह का भविष्य बनाया जा सकता है? — राजबीर सिंह, चंबा एनिमेशन फिल्मों, अंग्रेजी फिल्मों और कार्टून आदि फिल्मों में वॉयस ओवर या डबिंग की जरूरत पड़ती है। डबिंग से मतलब है कार्टून चरित्रों को आवाज देना। इसी तरह अंग्रेजी या अन्य भाषाओं की फिल्मों का हिंदी रूपांतरण करते समय

हर कोई अपने करियर में सफल होना चाहता है। यह बात और है कि सफल होने की तमन्ना रखने वाले लोगों में से बहुत से लोग सार्थक प्रयास नहीं करते हैं। कार्य को टालें नहीं- कार्य टालने की आदत आपको असफलता की राह पर ले जाती है। किसी कार्य को करने के लिए अगर किसी

अन्नाडेल मैदान 122 बीघा में फैला है और दूसरे विश्व युद्ध के समय (1941 ई.) से सेना के कब्जे में है। गौरवमयी देवदारों से घिरे हुए जंगल के इस टेढ़े-मेढ़े खुले हरित मैदान का इतिहास उतना ही पुराना है, जितना कि स्वयं शिमला का… अन्नाडेल चित्ताकर्षक और प्राकृतिक वैभव से युक्त ‘डेल’ जो वर्षों से