कम्पीटीशन रिव्यू

शोङठोङ के स्थान पर बारङ खड्ड के सतलुज में मिलने के बाद करछम में इसके बाएं तट पर बास्पा नदी इसमें मिलती है। बासपा सतलुज की वह बड़ी सहायक नदी है, जो किन्नौर की खूबसूरत बास्पा, सांगला उपत्यका में बहती हुई यहां पहुंचती है… हिमाचल की नदियां सतलुज नदी – मुलगुन खड्ड को स्थानीय लोग

खेतीबाड़ी के आरंभ हो जाने पर वे लोग एक स्थान पर रहने लगे और उनका पारिवारिक जीवन स्थायी होने लगा। इसी प्रकार धीरे-धीरे सामूहिक निवास अथवा समाज की बुनियाद पड़ी। हिम देश में रहने के कारण उनको कठिन शीत से  बचने के लिए विशेष प्रकार के घर बनाने पड़े होंगे… प्रागैतिहासिक हिमाचल अपनी सभ्यता और

लोग रथ पर टूट पड़ते हैं और उसे तोड़ देते हैं। इसके बाद रथ के चारों ओर लपेटा सफेद कपड़ा लूट लेते हैं। कपड़े को लूटने, चीरने व फाड़ने का दृश्य देखते  ही बनता है। लूटे गए वस्त्र को लोग प्रसाद रूप में घर ले जाते हैं और पूजा-गृहों में रखते हैं… स्कंध पुराण स्कंद

स्वर्ण पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल नगरोटा बगवां स्वर्ण पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रशिक्षित और अनुभवी महिला और पुरुष अध्यापकों के लिए निम्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित हैं। टीजीटी- कला, विज्ञान(मेडिकल, नॉन मेडिकल), प्रवक्ता (गणित, वाणिज्य, अंग्रेजी, इतिहास, भौतिक विज्ञान, केमिस्ट्री, संस्कृत) सी एंड वी- शास्त्री भाषा अध्यापक, पीटीआई, एनटीटी, जेबीटी, कम्प्यूटर, ड्राइंग। आवेदन

किन्नौर जिले के ‘ छितकुल’ गांव की स्थानीय देवी कौन सी है? (क) माथी                (ख) तैती (ग) सापनी               (घ) किन्नरी ‘ लिप्पा’ नामक स्थल किस नदी के किनारे स्थित है? (क) बास्पा नदीं           (ख) रिस्पा नदीं (ग) तैती नदी             (घ) भावा नदी सुप्रसिद्ध ‘ बृजराज ’ मंदिर किस स्थान पर स्थित है? (क) परागपुर में          

मीडिया, समाज तथा शासन का वास्तविक दर्पण है। यह जनसाधारण की समस्याओं, मांगों को उठाने तथा उन्हें न्याय दिलाने का एक प्रभावी प्लेटफार्म भी बन गया है। पत्रकारिता में करियर एक प्रभावी विकल्प है   और कुछ मामलों में एक उच्च वेतन देने वाला व्यवसाय भी। इसी खूबी के कारण बड़ी संख्या में युवा इसकी तरफ

उपमंडल जवाली के अंतर्गत जवाली-गुगलाड़ा मार्ग पर तकरीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर तकरीबन 8 कनाल भूमि पर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, गुगलाड़ा प्रदेश के अग्रणी स्कूलों में एक अहम स्थान रखती है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुगलाड़ा ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है जिसमें चलवाड़ा, गुगलाड़ा, पपाहण, फारियां के

संजय द्विवेदी अध्यक्ष, जनसंचार विभाग, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि, भोपाल पत्रकारिता में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने संजय द्विवेदी से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश… पत्रकारिता में युवाओं के लिए करियर के क्या स्कोप हैं ? संचार की दुनिया का जिस तेजी से विकास हुआ

अर्थशास्त्र में पीएचडी करने के बाद उन्होंने 1967 में विश्व बैंक में अपना करियर शुरू किया। विश्व बैंक में वह पहले 1968 से 1972 और फिर 1975 से 1977 तक अर्थशास्त्री रहे।  वह 1972 से 1974 तक भारतीय योजना आयोग के सलाहकार भी रहे हैं… अरुण शौरी भारत के प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, बुद्धिजीवी और राजनेता