जीवन के कुरुक्षेत्र में आधी लड़ाई तो आत्मविश्वास द्वारा ही लड़ी जाती है। यदि योग्यता के साथ आत्मविश्वास जुड़ जाए तो करियर के कुरुक्षेत्र में आपको कोई पराजित नहीं कर सकता। अध्ययन के साथ-साथ उन गतिविधियों में भी हिस्सा लें, जिनसे आपका आत्मविश्वास बढे़… करियर बनाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है
डा. निरंजन देव प्रिंसीपल जिला कुल्लू के भारत-भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाना अभिभावक ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इस स्कूल में जहां शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा का समावेश भी है, वहीं बच्चों को शिक्षा के साथ व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाता है। स्कूल में बच्चों को उठने-बैठने के लिए अत्याधुनिक सुविधा
जीएसटी संसद के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार को आधी रात को प्रेजिडेंट प्रणब मुखर्जी और पीएम मोदी ने बटन दबाकर जीएसटी को लांच किया। हालांकि अब भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्हें इसके प्रावधानों को लेकर अब भी कुछ भ्रम हैं। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) एक अप्रत्यक्ष कर यानी इनडायरेक्ट टैक्स है।
* राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के साथ अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को सरकार ने कौशल भारत अभियान के एंबेसेडर के रूप में नियुक्त किया। प्रियंका एक मीडिया अभियान के माध्यम से अपनी कौशल को सुधारने के लिए युवाओं को प्रेरित करने के लिए अपने सेलिब्रिटी स्टेटस का उपयोग करेंगी। जुलाई 2015 में प्रधान मंत्री मोदी द्वारा
खाद्य प्रसंस्करण घर या खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में मानव या पशुओं के उपभोग के लिए कच्चे संघटकों को खाद्य पदार्थ में बदलने या खाद्य पदार्थों को अन्य रूपों में बदलने के लिए प्रयुक्त विधियों और तकनीकों का सेट है। आम तौर पर खाद्य प्रसंस्करण में साफ फसल या कसाई द्वारा काटे गए पशु उत्पादों को
डा. जेएन शर्मा विभागाध्यक्ष, बागबानी डा. वाईएस परमार, विवि, नौणी फूड टेक्नोलॉजी में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने डा. जेएन शर्मा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश… फूड टेक्नोलॉजी में करियर का क्या स्कोप है? फूड टेक्नोलॉजी में करियर की अपार संभावनाएं हैं। इस प्रशिक्षण को करने
श्रीकांत किदांबी भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। श्रीकांत का जन्म 7 फरवरी, 1993 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में हुआ। इनके पिता का नाम केवीएस कृष्णा और माता का नाम राधा है। श्रीकांत के बड़े भाई नंदा गोपाल भी बैडमिंटन के खिलाड़ी हैं। श्रीकांत किदांबी ने हैदराबाद स्थित गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया
श्याम सरन नेगी 1951 में पहला मतदान करने के बाद आज दिन तक हर लोकसभा, विधानसभा चुनाव हो या पंचायती राज के चुनावों के दौरान मतदान में बढ़ चढ़कर भाग लेते आ रहे है। श्री नेगी की शख्सियत इतनी बड़ी है कि हर बार लोगों को मतदान में बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित
संविधान सभा का गठन यद्यपि संविधान सभा एक सामान्य प्रतिनिधिक संस्था थी, लेकिन उसने आरंभ से ही अत्यंत उदात्त धरातल पर कार्य करना प्रारंभ किया। इसके अनेक कारण थे। संविधान सभा के सदस्यों ने युग की चुनौती को समझा और उसका उत्तर देने का प्रयत्न किया। संविधान सभा के सामने जोे प्रश्न थे वे अपने