1.‘ मणिमहेश झील ’ हिमाचल प्रदेश के किस जिले में स्थित है? (क) चंबा में (ख) कांगड़ा में (ग) मंडी में (घ) सोलन में 2.मुगल सम्राट शाहजहां का समकालीन सिरमौरी राजा कौन था? (क) बुद्धि प्रकाश (ख) धर्म प्रकाश (ग) मन्धाता प्रकाश (घ) कर्म प्रकाश 3.‘ सुकेत सत्याग्रह(18 फरवरी, 1948)’ का नेतृत्व किस ने किया
सिक्कों पर शासक का नाम, औदुंबर और महादेवस शब्द अंकित हैं। सिक्कों पर महादेव शब्द का उल्लेख हुआ है, उससे लगता है कि औदुंबर शैवमत के अनुयायी थे और उन्होंने अपना राज्य और प्रशासन अपने आराध्य देव के प्रति समर्पित किया था… गणराज्य व्यवस्था औदुंबर- कुनिंदों के साथ औदुंबरों का भी प्रायः नाम आता है।
अपने लिए आप खुद जिम्मेदार हैं। सफल हैं या असफल, खुश हैं या नाखुश। जो करना है, आपको ही करना है। अपने हालात के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराने का कोई मतलब नहीं होता। हर कोई अपने सुख-दुख, अपने ढंग से जी रहा है… जो स्नेह, अपनापन एवं सौहार्द रखने वाले असल में बड़े होते
इस नदी का प्राचीन नाम ‘इरावती’ है, जिसे स्थानीय बोली में ‘रौती’ भी कहते हैं। रावी नदी की मूल धारा बड़ा भंगाल से निकल कर अपनी ही कई छोटी बड़ी जल धाराओं को समेटती हुई लोअर चुराह के चौहड़ा नामक स्थान पर विशाल नदी का रूप धारण करती है… हिमाचल की नदियां रावी नदी –
असफल रहा क्रिप्स मिशन मार्च 1942 में सर स्टेफर्ड क्रिप्स भारत की सांविधानिक समस्या के समाधान के लिए जो प्रस्ताव लाए थे, उसमें युद्ध की समाप्ति के बाद सविधान-सभा की स्थापना का विचार स्पष्टतः स्वीकार किया गया था। इस संविधान सभा में ब्रिटिश भारत और देशी राज्यों के प्रतिनिधि सम्मिलित होते। योजना में बताया गया
पॉटरी डिजाइनिंग क्या है? इससे संबंधित कोर्स किन संस्थानों में उपलब्ध हैं ? — राजेश कुमार, ऊना पॉटरी डिजाइनिंग के माध्यम से निर्जीव एवं बेजान मिट्टी को एक ऐसे उत्पाद में तबदील कर दिया जाता है, जिसका स्वरूप स्वयं ही इसकी उपयोगिता व खूबसूरती का बखान करता है। पॉटरी डिजाइनर अपने द्वारा तैयार उत्पादों को
डाडासीबा पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम की निवास स्थली है। सीबा अब पौंग डैम में जलमग्न हो गया है। प्राचीनाकल में डाडा को ‘गंधपुर का घटा ’ नाम से जाना जाता था। अब गंधपुर डाडासीबा से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है… डाडासीबा डाडासीबा जिला कांगड़ा में स्थित है। यह पहाड़ी गांधी बाबा कांशी
आज होम सांइस में शामिल कई विषय इसे खास बनाते हैं। केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इकोनॉमी, रूरल डिवेलपमेंट, चाइल्ड डिवेलपमेंट,रिसोर्स मैनेजमेंट और कम्युनिकेशन जैसे सब्जेक्ट्स के चलते आज इस क्षेत्र का दायरा काफी बढ़ गया है…. गृह विज्ञान एक विस्तृत और रोजगार संभावनाओं से युक्त क्षेत्र है। होम साइंस का मतलब केवल घर का प्रबंधन नहीं है,
नीशा भुलुनी प्रिंसीपल पोर्टमोर स्कूल में कक्षा 6 से 12वीं तक 1400 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। इन के लिए स्कूल में 100 के करीब टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ उपलब्ध है। पोर्टमोर स्कूल में छात्राओं के लिए आधुनिक लैब की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इसमें साइंस की छात्राओं के लिए बायो,