आस्था

समुद्र तल से 11,870 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेषनाग झील बेहद पवित्र और प्राचीन झील है। यह पहलगाम से 10 किमी. की दूरी पर है और अमरनाथ गुफा जाने के रास्ते में पड़ती है। सर्दियों के मौसम में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर जोरों की बर्फबारी होती है। जिसके कारण पूरी वादियां बर्फ से ढंक जाती हैं। ऐसे में प्राचीन शेषनाग झील भी जम जाती है। इस दौरान यहां का तापमान भी बहुत कम हो जाता है। इस झील को चारों ओ

वसई महाराष्ट्र के ठाणे जिले का एक जुड़वां शहर है, जिसका एक समृद्ध इतिहास है जो विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक प्रभावों को समाहित करता है। यह शहर कई मंदिरों का घर है, जिनमें से प्रत्येक इस क्षेत्र के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताने-बाने में योगदान देता है। वसई के प्रमुख मंदिरों में से एक है बेसिन

मान्यता है कि महानंदा नवमी के दिन माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करने से जीवन में परेशानियों का अंत हो जाता है। महानंदा नवमी का व्रत रखने और पूजा करने पर घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में खुशहाली बनी रहती है। इस दिन पूजा-पाठ, स्नान और दान का विशेष महत्त्व होता है...

विंध्याचल धाम हमेशा से ही तंत्र साधना के लिए विशेष जगह मानी जाती है। विंध्याचल पर्वत पर स्थित है माता महाकाली का मंदिर। लोग इस मंदिर को कालीखोह माता का मंदिर कहते हैं। पूरे विश्व का यह एकमात्र मंदिर है, जहां पर महाकाली माता खेचरी मुद्रा में है। आज इस मंदिर के रहस्य से आपको रू-ब-रू करवाते हैं। शक्ति आराधना के लिए विंध्य पर्वत पुरातन काल से ही प्रसिद्ध है। यहां पर विंध्यवासिनी मां, अष्टभुजा माता, मां महाकाली का मंदिर स्थित है। महाकाली मं

* एलोवेरा जैल को मेहंदी में मिलाकर बालों पर लगाने से आपके बाल मुलायम और चमकदार हो जाएंगे। * एलोवेरा जूस के नियमित सेवन से कब्ज की बीमारी दूर हो जाती है और पेट से जुड़े रोग खत्म हो जाते हैं। * एलोवेरा जैल को प्रतिदिन 20 मिनट चेहरे पर लगाने के बाद साफ ताजे

श्रीराम शर्मा आशा की जानी चाहिए कि नव सृजन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मनीषो, समय दानी धनी आदि प्रतिभावान अपनी- अपनी श्रद्धांजलि लेकर नवयुग के अभिनव सृजन में आगे बढ़ेगें और कहने लायक योगदान देंगे। इक्कीसवीं सदीं का उज्ज्वल भविष्य विनिर्मित करने के लिए इस प्रकार का सहयोग आवश्यक है और अनिवार्य

बाबा हरदेव गतांक से आगे… साई बुल्लेशाह का मुरशद शाह इनायत उससे किसी कारण नाराज हो गया। उसने बुल्लेशाह को हुक्म दिया कि अब तू हमारे पास दरबार में कभी मत आना। प्रेम तुम्हारी कीमत से मिलता है। प्रेम के वियोग की चोट तो मौत से भी बढक़र दु:खदाई होती है। जिस कारण बुल्लेशाह को

* जिंदगी में जोखिम उठाना जरूरी है, जीतने पर आप नेतृत्व कर सकते हैं, हारने की सूरत में दूसरों को दिशा दिखा सकते हैं * जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है, तब वह वास्तविक, भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है * विश्व में अधिकांश लोग इसलिए

जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 सभ्य समाज के समानान्तर भावार्थ वाले शब्द हैं संगठित समूह, सहयोग, सौहार्द, सहायता से ओत-प्रोत, सकारात्मक सोच वाली सामुदायिक भावना वाले मानव समूह, जिनकी परस्पर सांझाी सद्भावना ने ही सभ्य समाज की सहज संरचना स्थापित की है। समाज की संरचना के कालखंड से लेकर वर्तमान तक