स्वामी रामस्वरूप सत्य तो यह है कि वेद सुनना कठिन नहीं है सुनने के लिए समय निकालना और विद्वान आचार्य के पास जाना यह कठिन है, क्योंकि प्रायः जीव इंद्रियों के वश में होकर प्रकृति रचित संसार के चमक-दमक देने वाले विषय-विकारों के क्षण भंगुर, सुख, वेद-विद्या को सुनने के लिए समय नहीं देते, प्राणी
एक समय की बात थी। दैत्य अपने पुत्र को भगवान का नाम छोड़ने के लिए धमका रहा था। जब बालक अपने पिता की दुष्टता छोड़ने तथा प्रभु में चित्त लगाने एवं सन्मार्ग से चलने की शिक्षा देता था। लड़का बाप को शिक्षा दे रहा था, वह भी हिरण्यकश्यप जैसा अहंकारी दैत्य। किस तरह सहन करे
5 फरवरी रविवार, माघ, शुक्लपक्ष, नवमी 6 फरवरी सोमवार, माघ, शुक्लपक्ष, दशमी 7 फरवरी मंगलवार, माघ, शुक्लपक्ष, एकादशी, जया एकादशी व्रत 8 फरवरी बुधवार, माघ, शुक्लपक्ष द्वादशी, तिल द्वादशी 9 फरवरी बृहस्पतिवार, माघ, शुक्लपक्ष, त्रयोदशी, गुरु-पुष्य योग 10 फरवरी शुक्रवार, माघ, शुक्लपक्ष चतुर्दशी, माघ पूर्णिमा, रविदास जयंती 11 फरवरी शनिवार, माघ, कृष्णपक्ष प्रथमा
सूर्य चिकित्सा विज्ञान के विद्यार्थी को विभिन्न प्रकार के रोगों के नाम याद करने की जरूरत नहीं है, उसे तो यह देखना चाहिए कि रोग क्यों हुआ है। आमतौर से बीमारियों के तीन मुख्य कारण हैं- (1) गर्मी का बढ़ जाना, (2) सर्दी का बढ़ जाना, (3) पाचन क्रिया में कमी आ जाना। गर्मी बढ़
संतरे में एमिनो एसिड, विटामिन ए, बी कांप्लेक्स, फ्लेवोनायड, कैल्शियम, आयोडीन, सोडियम, मैगनीज जैसे मिनरल्ज पाए जाते हैं… रसीला स्वाद में खट्टा-मीठा संतरा हर किसी को बहुत ही ज्यादा पसंद आता है। संतरे को विटामिन सी का भंडार माना जाता है। सिर्फ एक संतरा खा कर आप विटामिन सी की दैनिक जरूरत को पूरा कर
सांप ही वह पहला प्राणी है, जिसको इस पृथ्वी पर होने वाले मामूली-से-मामूली बदलावों का अंदाजा हो जाता है, क्योंकि उसका सारा शरीर धरती से लगा होता है। उसके कान नहीं होते; वह बिलकुल बहरा होता है, इसलिए वह अपने पूरे शरीर को कान की तरह इस्तेमाल करता है। सचमुच में वह अपने कान धरती
आपका शरीर एक अमूल्य खजाना है, यह एक से एक कीमती पुर्जों से बना है। एक बार नष्ट होने पर उन्हें पुनः नहीं बनाया जा सकता। शरीर के प्रति हमारा अत्याचार अत्यधिक है… यदि हम अपने आहार-विहार में सजग रहें, तो कोई कारण नहीं कि हम अल्पकाल में ही मृत्यु के ग्रास बनें, किंतु हम
बढ़े हुए टांसिल्स के कारण आपको बार-बार साइनस और कान में इन्फेक्शन की समस्या भी हो सकती है। ऐसा नाक और कान को जोड़ने वाली नली बंद हो जाने के कारण होता है। कभी-कभी पर्दे से छेद होकर मवाद बाहर बहने लगता है। इससे सुनने की क्षमता कम होने लगती है… टांसिल्स होने पर गले
समाज में विनिमय, वार्तालाप, संबंध एवं सामंजस्य, ये चार ऐसी बातें हैं, जिनकी पृष्ठभूमि पर ही सारे सामाजिक व्यवहार आधारित रहते हैं। इन चार बातों में ठीक से व्यवहार कर सकने की योग्यता प्राप्त कर लेना ही व्यवहार दक्षता है। विनिमय का अर्थ है-आदान-प्रदान अथवा लेन-देन। जो पैसे का, वस्तु का, भावनाओं का अथवा विचारों