आस्था

अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास के बाद अब गुजरात के मेहसाणा में वालीनाथ धाम मंदिर का उद्घाटन किया गया है। वालीनाथ महादेव के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा गुरुपुष्प अमृत सिद्धि योग में हुई है। कहा जा रहा है कि वालीनाथ धाम में जिस शिवलिंग को

विजया एकादशी फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कहा जाता है। यह एकादशी विजय की प्राप्ति को सशक्त करने में सहायक बनती है। तभी तो प्रभु श्रीराम ने भी इस व्रत को धारण करके अपनी विजय को पूर्ण रूप से प्राप्त किया था। एकादशी व्रत करने से व्यक्ति के शुभ फलों में वृद्धि होती है तथा अशुभता का नाश होता है। विजया एकादशी व्रत करने से साधक व्रत से संबंधित मनोवांछित फल की प्राप्ति करता है। सभी एकादशी अपने नाम के अनुरूप ही फल देती हैं..

स्वामी रामस्वरूप बारह आदित्य से तात्पर्य है सूर्य द्वारा बनने वाले बारह महीने। आठ वसु का अर्थ है अग्रि, वायु, जल, सूर्य, नक्षत्र, पृथ्वी, आकाश और चंद्र। साध्य का अर्थ है कि निराकार परमेश्वर की उपासना करने वाले साधक… गतांक से आगे… शोक 11/22 में श्रीकृष्ण महाराज से अर्जुन कह रहे हैं कि जो ग्यारह

ब्यूटी हेल्पलाइन डा. भारती तनेजा ब्यूटी से संबंधित प्रश्र आप सीधे पूछ सकते हैं। संपर्क करें: मो. 9871444666  Email : www. bhartitaneja.com नींबू का स्किन केयर में उपयोग सुंदर त्वचा के लिए एक प्राकृतिक और अत्यधिक प्रभावी तरीका है। नींबू का उपयोग त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने के लिए किया जाता है। नींबू में

स्वामी विवेकानंद गतांक से आगे… तभी स्वामी जी ने जोर का ठहाका लगाया और बोले, मैं जानता था कि आप लोग इस पर नहीं थूक सकते। क्योंकि आप लोग समझ रहे हैं कि इस पर थूकने से महाराज का अपमान होगा। क्यों सही कहता हूं न। इतना सुनते ही सभी उपस्थित व्यक्तियों ने कुंठित आनंद

श्रीश्री रवि शंकर वितर्क एक ऐसा विशेष तर्क है, जिस से विश्व में कोई विश्वास जगाने के लिए और सत्य को समझाने के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, पातंजलि योग सूत्र का ज्ञान। तर्क से समाधि मिलती है। किसी भी ज्ञान को तार्किक रूप से समझने या केवल उसके बारे में पढऩे

3 मार्च रविवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, सप्तमी 4 मार्च सोमवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, अष्टमी, जानकी जयंती 5 मार्च मंगलवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, नवमी 6 मार्च बुधवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, एकादशी, विजया एकादशी 7 मार्च गुरुवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, द्वादशी, विजया एकादशी (वैष्णव) 8 मार्च शुक्रवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, त्रयोदशी, महाशिवरात्रि, पंचक शुरू 9 मार्च शनिवार, फाल्गुन, कृष्णपक्ष, चतुर्दशी

* खुद को एक सोने के सिक्के जैसा बनाइए जो कि अगर नाली में भी गिर जाए, तो भी उसकी कीमत कम नहीं होती * कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं, जो साहस के साथ उनका सामना करते हैं वे विजयी होते हैं * जिस तरह एक सुगंध भरे वृक्ष

गतांक से आगे… प्रेम में भगवान के साथ ज्ञान,कर्म और आनंद तीनों पक्षों से हम फल का अनुभव करेंगे। ज्ञान और कर्म प्रेम की वृद्धि के साधन हैं। आनंद से ही ये जीव उत्पन्न होते हैं। आनंद से ही जीते हैं और आनंद को ही प्राप्त होकर उसमें लीन हो जाते हैं। एक बार श्रीराम