आस्था

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला एक हिल स्टेशन है। यहां पूरे वर्ष पर्यटकों का तांता लगा रहता है। अपनी छुट्टियां बिताने लोग यहां आते हैं। यहां पर कई टूरिस्ट स्पॉट हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं...

अगर शरीर अंदर से गर्म होगा तो हमें ठंड कम लगेगी और हम बीमारियों से बचे रहेंगे। यही कारण है कि सर्दियों में खान-पान पर ध्यान देने के लिए कहा जाता है। सही खान-पान से बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती है और बीमारियों का खतरा भी टलता है...

* रोज सुबह खाली पेट अखरोट की तीन-चार गिरियां निकालकर मात्र कुछ दिन खाने से घुटनों का दर्द समाप्त हो जाता है। * ताजा हरा धनियां मसलकर सूंघने से छींके आना बंद हो जाती हैं।

पहले समाज में मनोरोगी मरीजों की संख्या बहुत कम होती थी। केवल अपरिहार्य कारणों मस्तिष्क पर लगी चोट एवं अन्य ऐसे ही कारणों से प्रभावित चंद मनोरोगी ही चिकित्साधीन देखे जाते थे...

आज जब बात हेयर स्टाइलिंग की होती है, तो इसकी शुरुआत हेयर सीरम से ही होती है,जी हां! क्या आपको शैम्पू के बाद सॉफ्ट हेयर्स चाहिए? या क्या आपको दिनभर चाहिए ग्लॉसी हेयर्स? तो सीरम लगाइए!

नववर्ष पर एक जनवरी को मां के मंदिरों में मइया के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का भारी सैलाब देखने को मिला। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में सोमवार के दिन एक लाख 63 हजार श्रद्धालुओं ने मइया के चरणों में शीष नवाया। नए साल पर दिन भर प्रदेश के शक्तिपीठों में मईया के जयकारे गुंजते रहे। मां के दर्शनों के लिए मंदिरों में रविवार सुबह से ही देर रात तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगी रहीं। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वाला

नववर्ष के लिए प्रदेश के पांचों शक्तिपीठों को रंग-बिरंगे फूलों व लाइट्स से सजाया गया है। नववर्ष मेले के दौरान चिंतपूर्णी मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। नववर्ष मेले को लेकर चिंतपूर्णी को अलग-अलग सेक्टर में एरिया बांटा जाएगा। नए साल के लिए मईया के मंदिर रंग-बिरंगे फूलों और लाइट्स से सजाए गए है। इसके अलावा मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए है। प्रदेश के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात कर दिए है। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने बताया कि नए साल के मेले के लिए चिंतपूर्णी मंदिर 24 घंटे खु

वर्ष 2024 ने दस्तक दे दी है। नए साल पर बधाइयों का प्रचलन भी शुरू हो चुका है। पहले नए साल पर ग्रीटिंग कार्ड भेजे जाते थे, लेकिन अब सोशल मीडिया पर नए साल की शुभकामनाओं का दौर शुरू हो चुका है। तरह-तरह के शुभकामना संदेश लोग अपने मित्रों और प्रियजनों को भेज रहे हैं। जो लोग ज्योतिष वि

हिंदू धर्म में चावल यानी अक्षत का विशेष महत्व है। देवी-देवताओं को पूजा में अक्षत चढ़ाने की परंपरा सदियों पुरानी है, जो आज तक निरंतर चली आ रही है। माना जाता है कि अक्षत के बिना की गई पूजा अधूरी होती है। अक्षत का अर्थ होता है जो टूटा न हो। शास्त्रों में अन्न और हवन का विशेष महत्व माना जाता है। हिंदू पुराणों में पूजा के समय चा