आस्था

देवों की नगरी वाले प्राचीन शहर बनारस में उत्सवों की कोई कमी नहीं है। देव दीपावली बीतने के बाद आता है काशी का प्राचीन उत्सव लोटा-भंटा का मेला। इस मेले को श्रद्धालु बहुत ही श्रद्धा और आस्था के साथ धूमधाम से मनाते हैं। बनारस(काशी)के पारंपरिक उत्सव लोटा-भंटा मेले का महात्म्य ही अलग है। वाराणसी के

कुंद्राथुर मुरुगन एक हिंदू मंदिर है जो तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में चेन्नई के उपनगर कुंद्राथुर में स्थित है… माना जाता है कि कुंद्राथुर मुरुगन मंदिर 1,000 साल पहले बनाया गया था और इसे इस क्षेत्र के प्राचीन मुरुगन मंदिरों में से एक माना जाता है। बहु स्तरीय गोपुरम (मीनार) के साथ वास्तुकला की द्रविड़

ओशो ज्ञान जहां तक जाता है वहां तक उस ज्ञान के विस्तार का नाम वेद है। वेद का अर्थ होता है ज्ञान: जानना। जिस मूल से वेद शब्द बना है उसी से विद्वान भी। ज्ञान अर्थात वेद। लेकिन ऐसा भी आयाम है जीवन का और अस्तित्व की ऐसी गुह्य स्थिति भी है, जहां वेद भी प्रवेश नहीं कर पाता है, जहां ज्ञान भी नहीं पहुंच

जब क्रोध का आवेग आता है तो उसका एक ही लक्ष्य होता है, जो अपनी कामनाओं में बाधक बना है उसे नुकसान पहुंचाना। मार-पीट कर, सामान को नष्ट कर, काम में रोड़ा अटकाकर जैसे भी बने क्रोध का लक्ष्य दूसरे को हानि पहुंचाना ही होता है। वह भले ही किसी भी रूप में पहुंचाई जाए। कभी-कभी लोग क्रोध से प्रेरित हो

अकेलापन दूर करने के लिए जो भी और गतिविधियां आप करोगे यह तो क्षणिक होगा, थोड़े समय के लिए होगा। मगर ज्ञान, गान और ध्यान यह तीनों लेकर चलोगे तो आप पूर्णता का अनुभव करोगे। आप इस पृथ्वी में हो औरों को भावनात्मक सुख देने के लिए। तब देखना अकेलापन हाथों हाथ मिट जाएगा...

भारत में हिंदू धर्म से जुड़े कई ऐसे चमत्कारिक और रहस्यमयी मंदिर हैं, जिनके दर्शन मात्र से ही लोगों के दु:ख पलक झपकते दूर होते हैं। सनातन परंपरा में पंच देवों में से एक भगवान विष्णु को जगत का पालनहार माना जाता है। भगवान विष्णु भक्तों पर शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।

जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 उपरोक्त लेख एक विशुद्ध मनोवैज्ञानिक विषय है जिसकी विस्तृत विवेचना भी एकेडमिक ही होगी। संभवतया पाठकों को कहीं-कहीं विषय वस्तु को समझने में दिक्कत महसूस हो, जिसके लिए अग्रिम क्षमाप्रार्थी हूं। यकीनन प्रयासरत रहूंगा कि आसान शब्दावली प्रयोग करूं, परंतु महत्वपूर्ण विषय अवयवों की सार्थकता हेतु

सर्दियों के मौसम में रंग-बिरंगी सब्जियों के सेवन का मजा ही कुछ और है। चाहे बात गाजर की ही क्यों न करें, सर्दियों में इसे खाने के अपने ही फायदे हैं। गाजर के मीठेपन को लेकर आपको कैलोरी की चिंता करने की भी जरूरत नहीं क्योंकि इसमें बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है। गाजर

डा. भारती तनेजा सर्दियों का मौसम सब के लिए खुशियां लेकर आता है। खाने-पीने, घूमने-फिरने या शॉपिंग सभी चीजों में आप को मजा आने लगता है। लेकिन इस मौसम में कुदरती सर्द हवाएं हमारी स्किन को रूखा कर ही देती हैं। जिसके कारण हमारी स्किन बेजान हो जाती है । सर्दियों में स्किन के चटखने