आस्था

स्कन्द षष्ठी का व्रत कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को किया जाता है। ‘तिथितत्त्व’ ने चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी को स्कन्द षष्ठी कहा है। यह व्रत संतान षष्ठी नाम से भी जाना जाता है। कुछ लोग आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कन्द षष्ठी मनाते हैं। स्कंदपुराण के नारद-नारायण संवाद में संतान प्राप्ति और संतान की पीड़ाओं का शमन करने वाले इस व्रत का विधान बताया गया है। एक दिन पूर्व से उपवास करके षष्ठी को कुमार अर्थात कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए। तमिल प्रदेश में स्कन्द षष्ठी महत्त्वपूर्ण है और इसका सम्पादन मन्दिरों या किन्हीं भवनों से होता है।

करवा चौथ पर चौथ माता की पूजा की जाती है। सुहागिन स्त्रियां अपने सुहाग की रक्षा के लिए माता से प्रार्थना करती हैं। राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्थित चौथ माता का मंदिर सबसे प्राचीन और सुप्रसिद्ध है। इस मंदिर की स्थापना 1451 में राजा भीम सिंह ने की थी। चौथ माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु केवल राजस्थान से नहीं, बल्कि विदेशों से भी आते हैं। यहां करवा चौथ, भाद्रपद चौथ, माघ चौथ और लक्खी मेला पर लाखों श्रद्धालु आते हैं और मा

सद्गुरु जग्गी वासुदेव अगर आप जागरूक या सचेत हो गए, तो विकास या कोई भी बदलाव जरूरी ऊर्जा के बिना नहीं हो सकता। इसे संभव बनाने के लिए यानी आपके विकास के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है कि बहुत सारी ऊर्जा को बिना इस्तेमाल किए छोड़ दिया गया है, ताकि चैतन्य होने पर, आप

बाबा हरदेव गतांक से आगे.. संसार में दो तरह के मनुष्य हैं एक अज्ञानी दूसरा ज्ञानवान। दोनों घोड़ों पर सवार हैं, यात्रा पर। दोनों के पास एक गठरी का बोझ है। अज्ञानी ने बोझ अपने सिर पर उठाया हुआ है, घोड़ा दौड़ाए जा रहा है तथा रोए जा रहा है, चिल्लाए जा रहा है, बड़ा

जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 भगवानने इनसान के रूप में श्रेष्ठ कृति की रचना की है। सभी जीवों को तीन किस्म की प्रदत्त शक्तियां प्रदान की, जिनमें शारीरिक, बौद्धिक व मानसिक और नैतिक शक्तियां शामिल हैं। लेकिन मानव को ही सभी शक्तियां प्रदान की, जबकि अन्य जीवों को शारीरिक शक्तियां व

डा. भारती तनेजा क्या थ्रेडिंग धागे की सहायता से आईब्रोज को सही आकार में लाने का एक अच्छा तरीका है। इस प्रक्रिया में आईब्रो के अनचाहे बालों को हटाया जाता है और इसे चेहरे के आकार के हिसाब से सुंदर शेप दिया जाता है। ये पूरी प्रक्रिया चेहरे की खूबसूरती तो बढ़ाती है लेकिन इसमें दर्द

ह्ल होंठों की डार्कनैस को दूर करने के लिए गुलाब की सूखी पंखुडिय़ों को पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाएं। इस पेस्ट को 10 मिनट होंठों पर लगाने से होंठों की डार्कनैस कम होती है। ह्ल गुलाब की पंखुडिय़ों में शहद मिलाकर होंठों पर लगाने से होंठों का कालापन दूर होता है। ह्ल खीरे के

श्रीराम शर्मा मैं क्या हूं? मैं कौन हूं? मैं क्यों हूं? इस छोटे से प्रश्न का सही समाधान न कर सकने के कारण ‘मैं’ को कितनी विषम विडंबनाओं में उलझना पड़ता है और विभीषिकाओं में संत्रस्त होना पड़ता है, यदि यह समय रहते समझा जा सके तो हम वह न रहें, जो आज हैं। वह

स्वामी विवेकानंद गतांक से आगे… श्री रामकृष्ण जगमाता की दुहाई देकर भी नरेंद्र की एक आलोचना से छुटकारा नहीं पा सके, क्योंकि तब भी नरेंद्र श्री रामकृष्ण की उन सब अपूर्व दर्शन आदि के प्रति खास श्रद्धावान न हो सके थे। उन्होंने कहा, मां ने दिखा दिया था या आपके दिमाग में यह ख्याल आया,