आस्था

* महानता कभी न गिरने में नहीं, बल्कि हर बार गिर कर उठ जाने में है * अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखो * खुद की तरक्की में इतना वक्त लगा दो कि दूसरे की बुराई करने का वक्त ही न मिले * कभी हार मत

साबूदाना कार्बोहाइड्रेट, खनिज, विटामिन कार्बोनिक योगिक का एक बेहतर सोर्स होता है। इसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा बहुत ही कम होती है। वजन कम करने के शौकीन लोगों के लिए साबूदाना बेहद फायदेमंद रहता है। यह पौष्टिक तत्त्वों से भरपूर होने के कारण सेहत के लिए अच्छा होता है। कई लोग इसका सेवन

स्वामी रामस्वरूप जहां यह संपूर्ण विश्व नहीं है वहां भी परमेश्वर व्यापक होकर स्थित है। हम इसी अद्भुत परमेश्वर की उपासना करने आए हैं। प्रस्तुत श्लोक में कहा कि (न अंतम न मध्यम न पुन: तव आदिम) अर्थात हे परमेश्वर मैं तुम्हारा अंत, मध्य एवं आदि नहीं देखता… गतांक से आगे… इस आलौकिक रूप को

श्रीश्री रवि शंकर ज्यादा जरूरी क्या है वस्तुएं इंद्रियां मन या बुद्धि? इंद्रिय के साधन से इंद्रियां अधिक जरूरी हैं। टेलीविजन से तुम्हारी आंखें अधिक जरूरी हैं, संगीत या ध्वनि से तुम्हारे कान अधिक जरूरी हैं। स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों या आहार से जिह्वा अधिक जरूरी है। हमारी त्वचा, जो कुछ भी हम स्पर्श करते हैं

दशहरा पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन मैसूर के दशहरा की अलग ही रौनक देखने को मिलती है। यहां दशहरा का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, इसलिए मैसूर का दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। दशहरा या विजयादशमी के पर्व पर मैसूर का राज दरबार आम लोगों के लिए

विजय दशमी या विजयादशमी अथवा दशहरा आश्विन शुक्ल दशमी को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह भारत का राष्ट्रीय त्योहार है। रामलीला में जगह-जगह रावण वध का प्रदर्शन होता है। क्षत्रियों के यहां शस्त्रों की पूजा होती है। ब्रज के मंदिरों में इस दिन विशेष दर्शन होते हैं। इस दिन नीलकंठ का दर्शन बहुत

भरत मिलाप हिंदुओं का प्रमुख उत्सव है। यह उत्सव विजयादशमी के अगले दिन अर्थात आश्विन शुक्ल एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस आकर अपने छोटे भाई भरत से गले मिलते हैं। इस उत्सव का उल्लेख वाल्मीकि रामायण के उत्तर काण्ड में दिया गया है…

दशहरा हर्ष और उल्लास से मनाया जाने वाला विजय का पर्व है, जो विश्व को यह शिक्षा देता है कि बुराई चाहे कितनी ही शक्तिशाली क्यों न हो, परंतु सत्य एवं अच्छाई के समक्ष स्थापित नहीं हो सकती, पाप का अंत होना तय होता है। वह अधिक समय तक अपना वर्चस्व स्थापित नहीं कर सकता…

भारत में ऐसे कई चमत्कारी मंदिर हैं, जहां जाने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। ऐसा ही एक मंदिर है पंजाब प्रांत के अमृतसर जिले में जो पूरे विश्व में प्रख्यात है। श्री दुग्र्याणा तीर्थ परिसर के नजदीक श्री बड़ा हनुमान मंदिर स्थित है। यह मंदिर श्री रामायण काल का बताया जाता