आस्था

खूबसूरत समुद्री किनारे और वैश्विक महत्त्व वाले चर्च के बीच गोवा में कई ऐसे हिंदू धार्मिक स्थल हैं, जो भारतीय इतिहास के महत्त्वपूर्ण अंग है। इन्हीं में से एक है मंगेशी मंदिर। मंगेश भगवान शिव का ही एक रूप है। गोवा की राजधानी पणजी के नजदीक बना मंगेशी मंदिर उन्हीं को समर्पित है। यहां भगवान

सद्गुरु जग्गी वासुदेव पिछले कुछ सालों से मैं एक चीज गौर कर रहा हूं कि ईशा योग केंद्र आने के उत्साह में कुछ लोग दुर्भाग्य से झूठ बोल कर आ रहे हैं। अपने घरवालों या बॉस से झूठ बोल कर यहां आ रहे हैं यानी आश्रम में आने के लिए झूठ का सहारा ले रहे

व्यायाम न करने से इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, साथ ही स्ट्रेस हार्मोंस बढ़ने लगते हैं। इसके अलावा हीट स्ट्रॉक और कई तरह के इन्फेक्शंज हो सकते हैं… गर्मी के मौसम में वर्कआउट करना बाकी मौसम की तुलना में थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि पसीना आता है, लेकिन वर्कआउट करना हर मौसम में जरूरी है।

सौंदर्य के क्षेत्र में शहनाज हुसैन एक बड़ी शख्सियत हैं। सौंदर्य के भीतर उनके जीवन संघर्ष की एक लंबी गाथा है। हर किसी के लिए प्रेरणा का काम करने वाला उनका जीवन-वृत्त वास्तव में खुद को संवारने की यात्रा सरीखा भी है। शहनाज हुसैन की बेटी नीलोफर करीमबॉय ने अपनी मां को समर्पित करते हुए

भूत का व्यक्तित्व अपने ऊपर थोपकर वह ऐसी ही बातें करता है, मानो वह सचमुच ही भूत की स्थिति में पहुंच गया हो। भूत को जो कहना चाहिए सो ही वह कह रहा हो। यह कथन क्रमबद्ध तो होता है, उसकी संगति बैठती है, पर होता सर्वथा काल्पनिक है। भोले लोग उसे तथ्य मान बैठते

गर्मियों का मौसम अपने साथ सौंदर्य से जुड़ी कई समस्याएं लाता है। शरीर के अन्य अंगों की तरह ही बालों को भी गर्मियों में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही एक मुश्किल है बालों का चिपचिपापन। गर्मियों में बहुत से लोगों को बालों का चिपचिपापन महसूस होता है। इससे न सिर्फ 

नारदजी के इस प्रकार के वचनों से जिन्होंने धर्म को धारण किया है, उन सब ऋषियों ने इसके बाद तमाम वनस्पति तथा औषधियों के बीज लेकर तथा प्रलयकाल के जल से बची हुई सब प्रजा को साथ में लेकर इलाचल की ओर चल दिए। तथा अपने पीछे आ रहे प्रलयकाल के जल के वेग को

* खीरे का रस निकाल कर हल्के हाथों से त्वचा पर मालिश करें। इस उपाय से खारिश दूर होती है। * ज्यादा खारिश होती है, तो 5-6 दिन लगातार सुबह को टमाटर का रस पिएं। * पानी में नीम की पत्तियां उबाल कर इस से नहाएं। इस से दाद और खुजली के कीटाणु नष्ट होते

स्वामी विवेकानंद गतांक से आगे… तब भी नरेंद्र श्रीरामकृष्ण की उन सब अपूर्व दर्शन आदि के प्रति खास श्रद्धावान न हो सके थे। उन्होंने कहा, मां ने दिखा दिया था या आपके दिमाग में ये ख्याल आया,  कैसे समझूं?।  मुझे तो महाराज यदि ऐसा होता तो यह विश्वास कर लेता कि मेरे मस्तिष्क का ही