आस्था

तत्प्राप्य तदेवावलोकयति, तदेव शृणोति, तदेव भाषयति, तदेव चिन्तयति।। इस प्रेम को पाकर प्रेमी इस प्रेम को ही देखता है, प्रेम को ही सुनता है, प्रेम का ही वर्णन करता है और प्रेम का ही चिंतन करता है। गौणी त्रिधा गुणभेदादार्तादिभेदाद्वा।। गौणी भक्ति गुणभेद से अथवा आर्तादिभेद से तीन प्रकार की होती है। उत्तरस्मादुत्तरस्मात्पूर्वपूर्वा श्रेयाय भवति।।

बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा गौतम बुद्ध थे। उनके महापरिनिर्वाण के बाद  पांच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैल गया।  बैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध जयंती के रूप में मनाया जाता है। भारत में सात प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर हैं। महाबोधि मंदिर- महाबोधि मंदिर बिहार के बोध गया में स्थित है। यह

रामायण में संजीवनी बूटी लक्ष्मण के प्राण वापस लाने और हनुमान के संजीवनी पर्वत को पूरा उठा लाने वाला प्रसंग सभी जानते हैं। वैद्य सुषेण ने संजीवनी को चमकीली आभा और विचित्र गंध वाली बूटी बताया है। संजीवनी पर्वत आज भी श्रीलंका में मौजूद है। माना जाता है कि हनुमानजी ने इस पहाड़ के टुकडे़

माता बालासुंदरी 51 शक्तिपीठों में से एक है। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से केवल 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित माता बालासुंदरी का आकर्षक व भव्य मंदिर वर्ष भर श्रद्धालुआें को अपनी ओर खींचता है। त्रिलोकपुर मंदिर में प्रतिवर्ष नवरात्र के दौरान लगने वाले मेलों में पूरे उत्तर भारत में लाखों की संख्या में श्रद्धालु

बालाजीपुरम का मुख्य मंदिर 111 फुट ऊंचा और साढ़े 10 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। मंदिर में मुख्य रूप से रुकमणि, महादेव मंदिर के अलावा 40 से अधिक देवता स्थापित हैं… मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सतपुड़ा की वादियों के बीच बने मंदिर बालाजीपुरम को भारत के पांचवें धाम के रूप में देखा

योग के बहुत से फायदे हैं और योग आसन के जरिये हम स्वस्थ शरीर के मालिक बन सकते हैं। आज हम आपको नटराज आसन के बारे में बताएंगे। जैसा कि नाम से ही ज्ञात हो रहा है कि यह भगवान शिव के नटराज रूप की तरह ही किया जाता है। इस आसन के बहुत सारे

सम्मिलित कुटुंब प्रथा कितनी लाभदायक एवं उपयोगी है, इसके विवेचन की आवश्यकता नहीं है।  इसकी इतनी उपयोगिता देखकर ही समाज में इसका प्रचलन हुआ था। अब भी कोई व्यक्ति अपने परिवार से पृथक होने की मांग करता है तो वह स्वार्थी समझा जाता है। जो लोग शामिल रहते हैं, वे उदार दृष्टिकोण के सतोगुण प्रधान

केवल परीक्षा के समय ही नहीं बल्कि दिमाग का हर समय सक्रिय होना जरूरी है। इसके लिए आप खान-पान से लेकर अन्य कई तरीके भी आजमाते हैं ताकि बच्चों का दिमाग तेज हो और वे हर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करें। जानिए आसान और प्रभावकारी तरीके, जो दिमाग तेज करने में मदद करते हैं। दिमाग

हंसमुख व्यक्ति अवसाद, मानसिक तनाव,अनिद्रा व नकारात्मक सोच से बचा रह सकता है। दुनिया में सुख एवं दुःख दोनों ही धूप-छांव की भांति आते-जाते हैं।  यदि मनुष्य दोनों परिस्थितियों में हंसमुख रहे तो उसका मन सदैव काबू में रहता है व वह चिंता से बचा रह सकता है। आज के इस तनावपूर्ण वातावरण में व्यक्ति