आस्था

सर्दियों का मौसम आते ही हम ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, शरीर को चाहे कितने ही गर्म कपड़ों से ढक लिया जाए, लेकिन शरीर को ठंड से बचाने के लिए अंदरूनी गर्मी की जरूरत होती है। अगर शरीर अंदर से गर्म होगा तो हमें ठंड कम लगेगी और हम

मनुष्य बुराइयों से बचता रहे इसके लिए उसे हर घड़ी अपना लक्ष्य अपना उद्देश्य सामने रखना चाहिए। यात्रा में गड़बड़ी तब फैलती है, जब अपना मूल लक्ष्य भुला दिया जाता है। मनुष्य जीवन में जो अधिकार एवं विशेषताएं प्राप्त हैं वह किसी विशेष प्रयोजन के लिए हैं। इतनी सहूलियत अन्य प्राणियों को नहीं मिली। मनुष्य

यदि देहं पृथक्कृत्य चित्ति विश्राम्य तिष्ठसि। अधुनैव सुखी शांतः बंधमुक्तो भविष्यसि।। अष्टावक्र जनक से कहते हैं कि यदि तू स्वयं को शरीर से पृथक करके चैतन्य में स्थित है तो अभी सुखी, शांत व बंधनमुक्त हो जाएगा। इस सूत्र में अष्टावक्र द्वारा राजा जनक को दिया गया परमोपदेश है। अष्टावक्र कहते हैं कि जनक! यदि

व्यायाम और प्राकृतिक भोजन के द्वारा, शरीर की प्रत्येक मांसपेशी को संतुलित रूप में विकसित करना होगा, शक्ति का अर्जन करना होगा-तभी हम सुंदर बन सकेंगे। प्रकृति में ही वास्तविक सुंदरता विद्यमान है… प्रकृति में किसी भी लक्ष्य की पूर्ति के लिए सभी साधन विद्यमान है। आपको वाह्य उपचारों की आवश्यकता नहीं है। आप जैसा

हर मां-बाप अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित रहते हैं और ऐसा लाजिमी भी है। अगर शिशु नवजात हो तो यह चिंता और भी ज्यादा हो जाती है। आमतौर पर माता-पिता शिशु को सर्दी से बचाने के लिए उसकी छाती को दो या तीन मोटे ऊनी कपड़ों से ढक देते हैं, लेकिन उसके

डार्विन शुरू में बड़ा मंदबुद्धि बालक था। उसका पढ़ने में जरा भी मन नहीं लगता था। स्कूल में न चल सकने के कारण उसे वहां से निकाल दिया गया था। उसने जब स्कूल छोड़ा था, उस समय तक वह अपनी भाषा भी भली-भांति नहीं सीख सका था। लोग उसके पिता से शिकायत किया करते थे

रंग कोई स्वतंत्र पदार्थ नहीं है, वह विभिन्न प्रकार के रासायनिक पदार्थों के आपस में विभिन्न मात्रा में मिश्रण के परिणाम हैं। जिन प्रकार हर एक वस्तु के स्थूल, सूक्ष्म और अत्यंत सूक्ष्म परमाणु होते हैं, वैसे ही रंगों के भी होते हैं। बाजार से जो रंग मोल लाओगे उसमें स्थूल परमाणु होंगे। उसे पानी

मेडिटेशन एक ऐसी दवा की तरह काम करता है, जिसके जरिये बाहरी व भीतरी हर तरह के मर्ज का इलाज किया जा सकता है। इससे आपकी एकाग्रता बढ़ती है। साथ ही इससे दिमाग भी तेज और एक्टिव होता है। यह आपकी इम्युनिटी को बढ़ाकर हर प्रकार की बीमारी से लड़ने में मदद करता है… समय

बाबा हरदेव महापुरुष संतजन यही संदेश, यही पैगाम दे रहे हैं कि हम इस सत्य की, इस अकाल पुरख, परमात्मा, निरंकार, इस रमे हुए राम की जिसके अनंत नाम हैं, की पहचान करें। नामों से ऊपर उठें और नामी की पहचान करें। इस एक को एक करके जान लें, इस एक को एक करके मान