पाठकों के पत्र

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रिपोर्ट में सामने आया है कि हमारे देश में बुजुर्ग आबादी बहुत बढ़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2046 तक वृद्धि दर 41 फीसदी होने का अनुमान है और शायद वर्ष 2050 तक यह आबादी दोगुना हो जाए। बुढ़ापा हर प्राणी को आता है। इनसान ही नहीं,

जिस तरह से ऊना के जिला अस्पताल में दो महिला डॉक्टरों के बीच विवाद सामने आया, उससे साफ है कि हमारे सरकारी संस्थानों में सब अच्छा नहीं है। मरीज जहां उपचार के लिए पहुंचते हैं, वहां पर इस तरह सरकारी कर्मचारियों के बीच आपसी व्यवहार होना शर्मनाक है। अस्पताल, जो कि सबसे संवेदनशील और शांत स्थान होता है, वहां पर कर्मचारियों की इस तरह की कार्यप्रणाली जहां अनुशासनहीनता की ओर इशारा करती है, वहीं यह भी दर्शाती है

हम जल्द ही नए साल में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस अवसर पर हिमाचल में जगह-जगह खासकर पर्यटकों के लिए कई तरह के समारोह होते हैं। कुछ शरारती तत्त्व शराब पीकर और अन्य नशे करके खूब हुड़दंग मचाते हैं और खुशियों के रंग में भंग डालते हैं। मेरा पर्यटकों व अन्य लोगों से आग्रह है

हिमाचल प्रदेश की सभ्यता, संस्कृति, खानपान व रहन-सहन दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन्हीं खूबियों का आनंद पाने के लिए देश-विदेश के लोग वर्षभर यहां आते रहते हैं। दुनिया को प्रदेश की इन्हीं खूबियों से अवगत कराने के लिए सरकार प्रयासरत भी रहती है। आजकल नई दिल्ली में हिम महोत्सव नामक आयोजन किया जा रहा है, जोकि 16 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चलेगा।

हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेद दवाइयों का निर्माण करने वाली जड़ी-बूटियों का खजाना है। त्रिफला जो कि कुछ बीमारियों के लिए रामबाण माना जाता है, इसे तैयार करने वाली सामग्री आंवला, हरड़ और बेहड़ा तो प्रदेश में आम पाए जाते हंै। आयुर्वेद में रोजगार भी बढ़ सकता है। प्रदेश के युवाओं को इसके साथ जोड़ा

हमारा देश गांवों का देश है। यहां पंचायती राज व्यवस्था का सुदृढ़ होना बहुत जरूरी है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गांवों की दशा सुधारने के लिए कहा था कि अगर पंचायती राज संस्थाएं उचित तरीकों से काम करती हैं और आम जन विकास के कामों में भाग लेता है, तो देश में माओवादी खतरे का मुकाबला भी किया जा सकता है।

छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा ने मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को लेकर जो समय लिया और इसमें उन नामों को शामिल किया जिनका जिक्र मीडिया में नाममात्र का रहा, यह भाजपा के लिए नया काम नहीं है, बल्कि ऐसा कुछ समय पहले वर्ष 2017 में उस समय भी हुआ था जब हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा प्रेम कुमार धूमल हार गए थे। तब भाजपा मुख्यमंत्री पद के लिए जयराम ठा

सुक्खू सरकार के कार्यकाल का एक वर्ष पूरा हो गया। इस एक वर्ष में सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी प्राकृतिक आपदा बरसात में भारी बारिश। इस आपदा ने विकास के मामले में पीछे भी धकेला और प्रदेश को काफी आर्थिक नुकसान भी हुआ। प्रदेश सरकार ने इसके लिए काम भी किया

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। लगभग चार साल पहले केंद्र सरकार ने इस धारा को हटाने के लिए काम किया था। इसके लिए कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी थी। अब इस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के फैसले को उचित ठहराया है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने फैसला सुनाया है। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमारे देश का अ