संयुक्त राष्ट्र ने मानवता के लिए सभी मतभेदों से ऊपर उठने, शांति के लिए प्रतिबद्ध होने और संस्कृति के निर्माण में योगदान करने के उद्देश्य से वि
यह सही है कि हर इनसान का अपना धर्म होता है और अपने धर्म का सम्मान करना, धर्म पर चलना मानव का दायित्व एवं कत्र्तव्य होता है, लेकिन धर्म की ठेकेदारी करना और धर्म को राजनीतिक हत्थियार बना कर राजनीति करने का क्या औचित्य हो सकता है? हम सब यह भी जानते हंै कि धर्म इनसान को रोटी, कपड़ा व मकान नहीं दे सकता है, न महंगाई, बेरोजगारी व गरीबी आदि से निजात दिला स
जिला ऊना के अम्ब तहसील उपमंडल के मुख्य चौक से रेलवे स्टेशन रोड को आम जनता जनार्दन की यातायात सुविधा हेतु एक मिनी पुल निर्माण की नितांत आवश्यकता है। बढ़ती यातायात की भगदड़ के चलते यह मिनी पुल आम लोगों को दुर्घटनाओं से निजात दिलाने में सहायक सिद्ध साबित होगा।
हाल ही में पाकिस्तान द्वारा पाले हुए आतंकवाद के कारण अनंतनाग में जो आतंकी हमला हुआ, उस पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बहुत ही सही बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान जब तक अपनी तरफ से आतंकवाद को समाप्त नहीं करता है, तब तक उसके साथ हमारा देश क्रिकेट की द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेगा। ऐसा होना भी चाहिए क्योंकि जिसके दिल में चोर, बेइमानी और नफरत हो, उसके साथ कोई भी संबं
कुदरत का अनमोल तोहफा स्वर्ग जैसी धरती और धरती के संरक्षण के लिए कुदरत ने बहुत कुछ हमें दिया है, इसी तोहफे में से एक है ओजोन परत। ओजोन परत का संरक्षण उसी तरह जरूरी है जिस तरह हम बीमारियों से बचने के लिए अपने स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं, क्यों
प्रत्येक भाषा अपने क्षेत्र की सांस्कृतिक चेतना की संवाहक व संरक्षक मानी जाती है। भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी वैज्ञानिक भाषा होने के साथ-साथ बोलने, सीखने, लिखने में बहुत ही आसान है। सन 1991 की जनगणना के अनुसार तैंतीस करोड़ बहत्तर लाख बहत्तर हजार चौदह लोगों ने इसे मातृभाषा लिखाया है। सूचना प्रोद्यौगिकी में भी हिंदी के कदम नित नए आयाम तय कर रहे हैं। हिंदी दिवस के सुअवस
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा घोषित किया था। हिंदी का देश में विस्तार करने के लिए तब से हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। पहली बार यह दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था। हमारे देश के जाने-माने कवि, उपन्यासकार और नाटककार भारतेंदु हरिश्चंद्र ने
हिमाचल प्रदेश में स्क्रब टाइफस के मामले सामने आए हैं। इस बीमारी के वैसे तो और भी कारण, जैसे कि मुख्यत: गंदगी आदि भी हो सकता है, लेकिन कुछ समय पहले क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र के शोध ने इसकी पुष्टि की है कि यह पिस्सुओं के काटने से भी होती है। चूहे और अन्य जीव भी इस बीमारी का कारण हो सकते हैं।
हमारे देश में बहुत से महापुरुष हुए हैं। उन्होंने दुनिया को नेक राह पर चलने की शिक्षा दी है। इसके लिए दुनिया का मार्गदर्शन भी किया है। इन्हीं महापुरुषों में से एक थे स्वामी विवेकानंद जी। स्वामी विवेकानंद जी ने लगभग 130 वर्ष पूर्व 11 सितंबर 1983 को विश्व धर्म सम्मेलन में जो भाषण दिया था, उसे आज भी याद किया जाता है और इस पर आज भी दुनिया को बहुत ज्यादा अमल करने की जरूरत है।