पाठकों के पत्र

हमारे देश की सभ्यता-संस्कृति बहुत महान है। यहां जो त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं वो हमें अपने धर्म और संस्कृति से भी परिचय करवाते हैं और हमें इनसे जोड़े रखते हैं। वर्ष 1969 से हर वर्ष सावन में पडऩे वाली पूर्णिमा को विश्व संस्कृत दिवस भी मनाया जाता है। इस वर्ष 2023 में यह

केंद्र सरकार ने त्योहारों के मौसम से पहले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 200 रुपए कमी कर महंगाई से कुछ राहत दी। रसोई गैस सिलेंडर

ताश के पत्तों की तरह बिखरते पहाड़ आगाह कर रहे हैं कि मानव अगर अभी भी नहीं संभला तो विनाश ज्यादा दूर नहीं है। बेतरतीब निर्माण और कंक्रीट के जंगल में बदलते पहाड़, जिसमें पानी की निकासी का उचित इंतजाम न होना तबाही का सबसे बड़ा कारण नजर आता

हमारे देश में एक कहावत है कि पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होंगे खराब। लेकिन आज बच्चों पर जिस तरह पढ़ाई का भार है और बच्चे जिस तरह मोबाइल, टीवी के मोह में फंसकर या कुछ लोग अपने बच्चों को मोबाइल और टीवी के जाल में फंसाकर बच्चों की सेहत

फिर शमशानघाट से लौटते सोचने लगा कि वही क्यों बुद्धिजीवियों की जमात का अंतिम व्यक्ति रह गया। वह हरसंभव कोशिश में जुटा था कि बुद्धिजीवियों की प्रजाति उसके बाद भी बची रहे। उसके मन में विचार आया कि कोई न कोई संपादक के रूप में उसे बुद्धिजीवी जरूर मिलेगा। हजारों संपादकों के बीच एक अदद भी मिल गया, तो उसकी खोज पूरी हो जाएगी। वह शमशानघाट से सीधे अखबारों और समाचार चैनलों के दफ्तर खट

चंद्रयान-3 को चांद पर इसरो ने 23 अगस्त 2023 को सफलता से उतारकर देश का मान बढ़ाया है। इसी तारीख को यादगार बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की जो घोषणा की है और जहां चंद्रयान-3 का मून लैंडर उतरा है, उस जगह को शिवशक्ति का जो नाम दिया, वो विज्ञान में रुचि रखने वाले युवाओं को और ज्यादा प्रेरित करेगा। इससे युवाओं की रुचि विज्ञान में बढ़ेगी।

एक बात जिसकी तरफ में देश का ध्यान आकर्षित करना चाहती हूं, वह यह है कि कुछ लोग अपनी हवस का शिकार बनाकर देश को शर्मिंदा कर रहे हैं, लेकिन पुलिस का फर्ज देश में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। कई राज्यों में आए दिन पुलिस लाठीचार्ज कर

चंद्रयान-3 की दक्षिण ध्रुव पर जो लैंडिंग इसरो ने करवाई है, उसे देख सारी दुनिया हैरान है। इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 को चांद में स्थापित कर हमें यह भी समझाया कि हमें असफलता पर कभी भी निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि मेहनत और लगन से असफलता को

हाल ही में कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा है कि भारतीय दंड संहिता की धारा 498 का कुछ महिलाओं ने दुरुपयोग करके कानूनी आतंकवाद फैलाया है। यह धारा हमारे देश की सबसे बड़ी सामाजिक बुराई दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए कानून के जरिए प्रावधान है। दहेज विरोधी कानून का भी दुरुपयोग किया है, इस बात को तो सुप्रीम कोर्ट भी मान चुका है।