पाठकों के पत्र

देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के बाद हमारे देश ने विभिन्न क्षेत्रों में बहुत आयाम स्थापित किए हैं। आज हमारा देश दुनिया के साथ कदमताल मिला रहा है, विकास के मामले में भी हमारा देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। खेलों में भी हमारा देश आगे

इस वर्ष की बरसात ने जिस तरह का भयंकर, विनाशक और व्यापक कहर हिमाचल प्रदेश के हर एक जनमानस पर डाला है, वो पूरे भारतवर्ष और दुनिया के सामने साफ दिखाई दे रहा है। इस साल हुई भारी बारिश से भूस्खलन, बाढ़ और मकानों एवं सडक़ों के पूर्णतया क्षतिग्रस्त होने से हिमाचल प्रदेश का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रह पाया। अभी भी बरसात का मौसम अपने चरम पर है। हिमाचल का प्रत्येक निवासी कु

इस साल 14 जुलाई को हमारे देश के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा तक टैकनोलॉजी पहुंचा कर वहां की जानकारी हासिल करने और विज्ञान में चंद्रमा को और समझने के लिए चंद्रयान-3 मिशन शुरू किया था। यह मिशन तेजी से चांद की ओर बढ़ रहा है। उम्मीद है कि निधार्रित समय इसी साल 23 अगस्त तक यह

हिमाचल प्रदेश में इस बरसात ने इतने गहरे जख्म दिए हंै जिन्हें निकट भविष्य में भुला पाना बहुत मुश्किल होगा। पहले पिछले महीने जुलाई की 9 और 10 तारीख को भारी बारिश के कारण ब्यास नदी का जल स्तर काफी अधिक होने के कारण नदी अपने साथ सैकड़ों जिंदगियों को बहा ले गई। भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए जिससे मंडी, कुल्लू और मनाली में राष्ट्रीय राजमार्ग, फोरलेन

सारा देश जहां एक तरफ स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में लगातार कुदरत का कहर बारिश के रूप में बरप रहा था। कुदरत के इस कहर ने कुछ लोगों की जिंदगी छीन ली तो कुछ की छत, तो बहुत से किसानों की खेतीबाड़ी। कहर का रौद्र रूप जिसने भी देखा उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और दिल दहल गया। कहीं बादल फटा, कहीं तेज बारिश से पहाड़ खिसके। जिला हमीरपुर के

16 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि थी। अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि आये हो निभाने को जब किरदार ज़मीं पर, कुछ ऐसा कर चलो कि ज़माना मिसाल दे। अटल जी एक अच्छे राजनेता ही नहीं, बल्कि एक अच्छे कवि भी थे। इनकी कविताओं ने हर किसी के अंदर जोश और जज्बा

एक ऐसा भी समय था जब राष्ट्रध्वज संहिता में यह प्रावधान था कि मात्र सरकार तथा उनके संगठन के माध्यम से ही राष्ट्रीय पर्वों पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकते थे। लेकिन जब उद्योगपति जिन्दल ने इसके लिए न्यायपालिका में अपील की थी, तब ध्वज संहिता में संशोधन लाया गया और कुछ शर्तों के तहत निजी क्षेत्र, स्कूल, कार्यालयों आदि में ध्वज फहराने की अनुमति दी गई। लेकिन अब

13वें वनडे क्रिकेट वल्र्ड कप का आगाज़ 05-10-2023 को अहमदाबाद में पिछले वल्र्ड कप की विजेता टीम इंग्लैंड और उपविजेता टीम न्यूजीलैंड के बीच मुकाबले से होगा। फाइनल मैच 19-11-2023 को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। क्रिकेट इतिहास में यह प्रथम बार हो रहा है जब पूरे का पूरा क्रिकेट वल्र्ड कप

ऐसा मीडिया, सोशल मीडिया, गंदी राजनीति, झूठ का खुला बाजार, अभद्र भाषा का इस्तेमाल, नफरत का खुला खेल, कानूनों की धज्जियां उड़ाई जाना, यानी अपनों को राहत दूसरों को आहत, देश की जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश, गढ़े मुर्दे उखाडऩे की राजनीति, धर्म को ढाल बनाया जाना, सदियों पुरानी एकता में अनेकता की परंपरा