पाठकों के पत्र

( स्वास्तिक ठाकुर, पांगी, चंबा ) आतंक ने एक बार फिर से अपना घिनौना रूप दिखाया है, लेकिन इस मर्तबा विश्व की सबसे बड़ी शक्ति अमरीका निशाने पर रहा। अमरीका के लास बेगास के कैसिनो में 50 के करीब लोगों की मौत हो गई है और 200 के करीब लोग घायल हुए हैं। स्वाभाविक ही

( रवि कुमार सांख्यान, मैहरी काथला, बिलासपुर ) कन्या भ्रूण हत्या है जघन्य पाप, नहीं हो सकता यह अपराध माफ। अगर यूं ही घटती रही कन्याएं, तो कैसे होगा समुचित विकास। यह यक्ष प्रश्न मुंह बाए खड़ा आज, जागो विश्व गुरुवैदिक संस्कृति के सरताज। एक बेटी पढ़े, दो परिवार पढ़े, कहते महापुरुष लाख पते की

(गुरमीत राणा, खुंडियां, कांगड़ा ) यह जानकर बड़ा अचरज हुआ कि जिस जगह बड़ा भंगाल में एसडीएम व बीडीओ महोदय 76 किलोमीटर का पैदल रास्ता तय कर पहुंच गए, वहां पर एक अध्यापक को छोड़ बाकी अध्यापक अनुपस्थित मिले। आयुर्वेदिक औषधालय तो चपरासी की रहमत से चल रहा था। अब प्रश्न यह है कि अगर

(स्वास्तिक ठाकुर, पांगी, चंबा) क्या मानवीय संवेदनाएं इस कद्र भी सूख सकती हैं कि हम किसी त्रासदी में मृत लोगों को लूटने पर उतारू हो जाएं। मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर शुक्रवार को मची भगदड़ के दौरान एक पीडि़त से आभूषणों की कथित चोरी का वीडियो सामने आने के बाद हालांकि मुंबई पुलिस ने

(सुरेश कुमार, योल, कांगड़ा ) आजादी के 70 बरस बाद कितना बदल गया है गांधी का देश। आजादी के लिए लड़े, आजाद भी हुए, पर आजादी का एहसास नहीं कर पाए। काश! महात्मा गांधी आज का भारत देख पाते, तो शायद यही कहते कि देश आजाद न होता तो अच्छा था। अंग्रेजों के अत्याचार से

रावण लीला जारी है… (डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) दस-दस तेरे शीश हैं और सहस्त्र सौ हाथ, अगणित सेना असुर की, देती तेरा साथ। एक काटते सौ बने, सौ के बने हजार, प्रतिपल बढ़ता सौ गुना, तेरा अत्याचार। सदियों से करते दहन, नहीं बनी कुछ बात, गली-गली में फिर रहा, बिगड़ रहे हालात। रावण

(सुरेश कुमार, योल ) हिमाचल इलेक्ट्रिक वैन चलाने वाला देश का पहला राज्य बन गया। यह एक छोटे से प्रदेश के लिए उपलब्धि से कम नहीं, जहां साधन-संसाधन सीमित मात्रा में हों। छोटे-छोटे डग भरते हिमाचल ने लंबी छलांग लगाई और आज एक विश्व स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम इसकी झोली में है। यही छोटा सा प्रदेश

(रमेश सर्राफ धमोरा, धमोरा, झुंझुनू ) दशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन लोग नया कार्य प्रारंभ करते हैं, शस्त्र पूजा की जाती है। इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है, रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे

सत्य गया फिर जीत (डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) लो जीत गया सत्य, झूठ गया फिर हार, सदाचार की जीत है, हार गया व्यभिचार। हिंसा, अत्याचार से, होता सत्यानाश, कपट, दंभ, अन्याय, छल, किसको आया रास। ज्ञानी, अज्ञानी बना, अहंकार में चूर, अच्छाई की है विजय, सदाचार भरपूर। राम सनातन सत्य हैं, सदा प्रेम