पाठकों के पत्र

भक्तों पर हमला (डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) भक्तों पर हमला किया, निगली सातों जान, छेदें शीश त्रिशूल से, शंकर कृपा निधान। आहत पूरा देश है, हर हद हो गई पार, फैल रहा आक्रोश, फूलता दहशत का व्यापार। निंदा फेंकें भाड़ में, भर दें कूड़ेदान, पत्थरबाजों का नहीं, हो पाए सम्मान। हद की भी

(डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर ) वर्ष 2000 के बाद एक बार फिर से आतंकियों ने पावन अमरनाथ यात्रा को अपना निशाना बनाया है। इस दर्दनाक हादसे में छह श्रद्धालुओं की मृत्यु समेत करीब 25 या अन्य घायल हुए हैं। यह हादसा बेहद निंदनीय है। हैरानी यह कि इस यात्रा पर हमले की पहले से ही

(बलबीर रानी, सिद्धपुर, धर्मशाला ) हम भारत के नन्हे सिपाही, कदम से कदम बढ़ाएंगे, आगे ही बढ़ते जाएंगे, कदम पीछे न हटाएंगे। हम बनेंगे बापू गांधी, राम नाम सब जप लेंगे, शांति का पाठ पढ़ेंगे, सदा सच ही बोलेंगे। हम बनेंगे वीर भगत सिंह, देश पे कुर्बान हो जाएंगे, चूम लेंगे फांसी का फंदा, हंसते-हंसते

(किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर ) एक समाचार चैनल पर लंबे समय से एक सीरियल चल रहा है-‘साब, बहू और साजिश’। हमने भी इस सीरियल की शिक्षा को समझने का काफी यत्न किया, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। हमने भी जानने की कोशिश की कि आखिर सास-बहू के बीच के बीच ऐसी कौन सी साजिशें

(डा. राजेंद्र प्रसाद शर्मा, ई-मेल के मार्फत )                 इसमें दो राय नहीं कि आज किसान ऐसे दोराहे पर खड़ा है, जहां उसे कोई विकल्प दिखाई नहीं देता। कभी राम रूठता है, तो कभी राज। यूं कहें कि मानसून की बेरुखी या अधिक मेहरबानी तो किसान को नुकसान और फसल तैयार होने के समय आंधी-तूफान तो

(नीरज मानिकटाहला, यमुनानगर, हरियाणा ) जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर पाक परस्त आतंकी हमले से पूरा देश आहत है। इस हमले में सात श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी। सेना, अर्द्धसैनिक बलों व पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बावजूद हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक धार्मिक यात्रा पर आतंकवादियों की कायराना हरकत इस बात को

(रूप सिंह नेगी, सोलन ) कोई माने या न माने, लेकिन देश के कुछ राज्यों में, खासकर पश्चिम बंगाल में हिंसा, आगजनी और अन्य कुछ राज्यों में हड़तालों का सिलसिला देख कर ऐसा लगता है कि देश में सब कुछ ठीक नहीं है। इसके पीछे राजनीतिक दलों के कट्टरपंथी तत्त्वों की भूमिका से इनकार नहीं

(बलबीर रानी, सिद्धपुर, धर्मशाला ) मां की ममता बड़ी महान, इसमें समाया सारा जहान। पशु-पक्षी हों या इनसान, बिन मां के सब जीवन विरान। भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !

(राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टिहरा ) सोमवार की शाम जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर एक आतंकी हमला हुआ, जिसमें सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 यात्री घायल हो गए। इसके बाद से देश में राजनीतिक पार्टियों द्वारा हमले की ‘कड़ी निंदा’ करने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस निंदा के