पाठकों के पत्र

हाल ही में अमरीकी थिंक टैंक ब्रुकिंग्स की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि हमारे देश में गरीबी कम हो रही है और हमारा देश गरीबी से उबर रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार हमारे देश के शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में असामानता भी कम हुई है। यह हमारे देश के लिए अच्छी बात है कि गरीबी कम हुई है, लेकिन अभी भी

देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने देश की आर्थिक व्यवस्था की मजबूती के लिए औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देना जरूरी माना था क्योंकि वह मानते थे कि उद्योगों को बढ़ावा देने से ही देश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत हो सकती है। इसलिए राहुल गांधी को चाहिए कि वह इतिहास को पढक़र देखें कि उनकी सरकार के समय में भी उद्यमियों को देश की आर्थिक व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार देश-दुनिया में मोटापा बहुत से लोगों की जान का दुश्मन बना या बन सकता है, क्योंकि यह जानलेवा बीमारियों का एक कारण भी होता है। मोटापे के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर वर्ष 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। आज हमने अपनी जीवनशैली और खानपान की आदतों को बिगाड़ कर अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है। मोटा

एक-दो दिन पहले हिमाचल में बारिश और बर्फबारी ने फिर तबाही मचाई है। प्रदेश के कई स्थानों पर हिमस्खलन और भारी बारिश से संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है। बरसात में पिछले साल हुई तबाही के जख्म अभी भरे भी नहीं थे, कि फिर से हिमाचल पर संकट आ गया है। केंद्र सरकार से बार

राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के कुछ विधायकों ने प्रदेश की राजनीति में जो हलचल मचा दी, उसे देखकर हर कोई हैरान हो गया है। इस राजनीतिक हलचल ने सुक्खू सरकार की जड़ों को हिला दिया। प्रदेश की राजनीति की हलचल राष्ट्रीय मीडिया पर सुर्खियों में है। अभी तक मीडिया का कुछ हिस्सा यह अंदाजा लगा रहा था कि सुक्खू सरकार कभी भी गिर सकती हैं, हालांकि ऐसा हुआ नहीं है अभी तक। क्रॉस वोटिंग से जो भूचाल आया, उसका कारण कांग्रेस हाईकमान की गलतियां माना जा रहा है।

देश में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक की खबरें सुर्खियों में आती हैं। जिस देश में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हो चुकी हों, चंद पैसों की खातिर जहां लोग अपना ईमान बेच देते हों, वहां पेपर लीक के मामले शायद ही रुकें। बेशक सरकारें इसके लिए सख्त कानून ही क्यों न बना दें, हमारे देश में कानूनों का

‘हमें अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, मेरी किस्ती भी डूबी वहां, जहां पानी कम था।’ कांग्रेस हाईकमान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू इस गाने के बोल को गुनगुना रहे होंगे। हिमाचल राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग होना और प्रदेश की सुक्खू सरकार पर गिरने के बादल छाना, यह सिद्ध करता है कि कांग्रेस के अपने ही लोग अपनी ही पार्टी से परेशान हैं और पार्टी हाईकमान भी इस मनमुटाव को दूर करने में पूरी तरह नाकाम है।

28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य देश में विद्यार्थियों की विज्ञान में रुचि बढ़ाना और लोगों को इसके प्रति सचेत करना भी है। हमारा देश विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हाल ही में चंद्रयान 3 की सफलता ने दुनिया को बता दिया कि हमारा देश विज्ञान के क्षेत्र में भी काफी विकास कर रहा है और हमारे देश के वैज्ञानिक भी उन दूसरे देशों से कम नहीं हैं जो तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में अपने आपको सुपर पावर मानते हैं।

हिमाचल प्रदेश सरकार का इस बार का बजट सरकारी नौकरियों की थोड़ी बहुत व्यवस्था करता है। शिक्षा विभाग तथा कुछ अन्य विभागों में हजारों की संख्या में युवाओं की भर्ती होगी, लेकिन समस्या यह है कि...