पाठकों के पत्र

नशा नासूर बन गया है। देश के विकास में युवा वर्ग का सबसे बड़ा योगदान होता है। स्वस्थ और तंदरुस्त युवा देश के विकास को रफ्तार दे सकते हंै। लेकिन बहुत अफसोस की बात है कि आज भारत के कुछ युवा नशे के आदी होकर अपनी जिंदगी को नरक बना रहे हैं। नशा, नाश का दूसरा नाम

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 14 फरवरी से होगा और 29 फरवरी तक चलेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने मौजूदा कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगे। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री के आगामी वित्त वर्ष के बजट से प्रदेश के युवाओं, कर्मचारियों, पेंशन भोगियों के साथ-साथ समाज के प्रत्ये

भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है। इसलिए हर एक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है।

धरती पर स्वर्ग है हिमाचल। हिमाचल सारी दुनिया में विभिन्न कारणों से अपनी एक खास पहचान बनाए हुए है। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि धन्य हैं वो लोग जिन्होंने इस पावन धरती पर जन्म लिया या अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। हिमाचल के नाम मात्र से ही हर किसी के दिल-दिमाग में देवभूमि, कुदरत के नजारे, अपार संपदा की तस्वीर उभर आती है

रघुकुल की महान परम्परा में अयोध्या नगरी में श्रीराम अवतरित हुए। आज श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर दुनिया हर्षित है। दो हजार फूलों से सजी रामनगरी दुनिया के लिए आश्चर्यचकित करने वाला पल है। श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के इस महायज्ञ में आहुति देने के लिए दुनिया अधीर है। सेलिब्रिटी का आगमन हो रहा है। देश में अभय और विश्वास का वातावरण बनाने के लिए दृढ़ निश्चय के लिए एकरूपता लाने के प्रयत्न किए जा र

वर्षों बाद वो मंगल बेला आ गई जब भगवान श्रीराम अपनी जन्मभूमि अयोध्या में विराजमान होने जा रहे हैं। इस उत्सव को लेकर सारे देश में दीपावली जैसा माहौल बना है, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी राम नाम के रंग में रंगे हैं। राम नाम की महिमा रामायण में है। रामायण से हमें वो बहुत कुछ सीखने

भगवान श्री राम का नाम लेते ही मानसिक शांति मिलती है। वह सनातन धर्म या भारत के लिए ही आदर्श नहीं हैं, बल्कि सारी दुनिया के लिए हैं। उनकी जन्मभूमि अयोध्या में लगभग 500 वर्ष बाद उनका जो भव्य मंदिर बन रहा है और वहां 22 जनवरी को राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, उसकी खुशी जाहिर करने के लिए जो तैयारियां चल रही हैं उन्हें देखकर लग रहा है कि दीपावली का त्योहार आने वाला है। हमारे देश में

विश्व महानायक राम का नाम युगों-युगों से जन के मन पर छाया हुआ है। राम का नाम चिरंजीवी रहेगा तथा अपनी गरिमा के समस्त वैभवों से विश्व मानस को संत अर्पण प्रदान करता रहेगा। सचमुच राम का नाम कल्पवृक्ष है। वाल्मीकि ने राम पर काव्य रचना की और आदिकवि की संज्ञा प्राप्त कर अमर हो गए। आ

आज निर्दयी और निष्ठुर बन रहे समाज को दूसरों की पीड़ा का एहसास नहीं है। मानवता को कलंकित करने वाली घटना में मुजफ्फरपुर (बिहार) में अस्पताल प्रशासन पर व्यवस्था को लेकर सवालिया निशान लगाया जा रहा है, जहां एक नवजात के शव को कुत्ता नोंच नोंच कर खा रहा था, वहीं तमाशबीन बने लोग उस शव का वीडियो बना रहे थे। मानवता मर गई है। आज देश की मानवता मर चुकी है। मानवता को लज्जित करने वा