पाठकों के पत्र

भगवान श्री राम का नाम लेते ही मानसिक शांति मिलती है। वह सनातन धर्म या भारत के लिए ही आदर्श नहीं हैं, बल्कि सारी दुनिया के लिए हैं। उनकी जन्मभूमि अयोध्या में लगभग 500 वर्ष बाद उनका जो भव्य मंदिर बन रहा है और वहां 22 जनवरी को राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, उसकी खुशी जाहिर करने के लिए जो तैयारियां चल रही हैं उन्हें देखकर लग रहा है कि दीपावली का त्योहार आने वाला है। हमारे देश में

विश्व महानायक राम का नाम युगों-युगों से जन के मन पर छाया हुआ है। राम का नाम चिरंजीवी रहेगा तथा अपनी गरिमा के समस्त वैभवों से विश्व मानस को संत अर्पण प्रदान करता रहेगा। सचमुच राम का नाम कल्पवृक्ष है। वाल्मीकि ने राम पर काव्य रचना की और आदिकवि की संज्ञा प्राप्त कर अमर हो गए। आ

आज निर्दयी और निष्ठुर बन रहे समाज को दूसरों की पीड़ा का एहसास नहीं है। मानवता को कलंकित करने वाली घटना में मुजफ्फरपुर (बिहार) में अस्पताल प्रशासन पर व्यवस्था को लेकर सवालिया निशान लगाया जा रहा है, जहां एक नवजात के शव को कुत्ता नोंच नोंच कर खा रहा था, वहीं तमाशबीन बने लोग उस शव का वीडियो बना रहे थे। मानवता मर गई है। आज देश की मानवता मर चुकी है। मानवता को लज्जित करने वा

हाल में नीति आयोग ने देश की गरीबी के लिए आंकड़ा प्रस्तुत किया है, जिसमें यह बताया गया है कि देश में पिछले लगभग 9 वर्षों में लगभग 24 करोड़ से ऊपर के लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं, मुख्यत: तीन राज्यों मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार का आंकड़ा सकारात्मक है। इसका आ

भारत के संविधान में राज्यनीति के निर्देशक सिद्धांतों में कहा गया है कि युवाओं को आजीविका उपलब्ध करवाना सरकार का दायित्व है। इस संबंध में कमी यह है कि राज्यनीति के निर्देशक सिद्धांत कानूनी रूप से सरकार के लिए बाध्य नहीं हैं।

11 जनवरी से 17 जनवरी तक राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। लोगों को सडक़ दुर्घटनाओं से बचने के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ष 1989 से राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।

लोहड़ी का पर्व भाईचारे की भावना के साथ मनाया जाना चाहिए। इसके अगले दिन मकर संक्रांति का पर्व होता है, जिस दिन तिल, गुड़ व चावल आदि का दान करना तथा तीर्थों पर स्नान करना पुण्य का काम माना जाता है। लोग ठंड को दूर करने के लिए तिल व गुड़ से बने लड्डू खाते हैं औ

बारह जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाएगा। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं से कहा था कि उठो, जागो और तब तक डटे रहो जब तक कार्य की सिद्धि नहीं हो जाती। आज युवाओं के समक्ष जिस तरह की चुनौतियां हैं, उनसे निपटने के लिए युवाओं को विवेकानंद जी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। साकारात्मक सोच रखकर ही युवा अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। राष्ट्री

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देश के पर्यटक स्थल लक्षद्वीप की सुंदरता की प्रशंसा कर बहुत अच्छा काम किया। अगर इससे मालदीव के कुछ मंत्रियों को मिर्ची लगी और इस बौखलाहट में आकर हमारे देश के प्रति बेतुका बयानबाजी की, तो यह उनकी संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है।