बना बना कर चित्र सलोने यह सूना आकाश सजाया राग दिखाया रंग दिखाया क्षण-क्षण छवि से चित्त चुराया बादल चले गए वे आसमान अब नीला-नीला एक रंग रस श्याम सजीला धरती पीली हरी रसीली शिशिर-प्रभात समुज्जल गीला बादल चले गए वे दो दिन दुख के दो दिन सुख के दुख सुख दोनो संगी जग में
पी के फूटे आज प्यार के पानी बरसा री हरियाली छा गई, हमारे सावन सरसा री बादल छाए आसमान में, धरती फूली री भरी सुहागिन, आज मांग में भूली-भूली री बिजली चमकी भाग सरीखी, दादुर बोले री अंध प्रान-सी बही, उड़े पंछी अनमोले री छिन-छिन उठी हिलोर मगन-मन पागल दरसा री फिसली-सी पगडंडी, खिसकी आंख
कश्मीर के आतंकवाद में चीन का भी दखल है। चीन ने भी अब हाथ डालना शुरू कर दिया है। यह बदकिस्मती की बात है। चीन के आतंकी दखल की स्थापना नई है, लेकिन यह किसी का आरोप नहीं है, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का सार्वजनिक कथन है। केंद्र्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात
(किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर) उत्तर प्रदेश की विधानसभा के भीतर पीटन नामक अत्यंत घातक विस्फोटक सामग्री का पाया जाना बहुत बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। हो सकता है षड्यंत्रकारी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले पूर्वाभ्यास कर रहे हों और सुरक्षा व्य्वस्था की नब्ज टटोल रहे हों। जांच एवं सुरक्षा
कर्म सिंह ठाकुर लेखक, सुंदरनगर, मंडी से हैं जब हम प्रदेशवासियों को ही सुरक्षित माहौल नहीं दे सकते, तो पर्यटकों पर हम अपना विश्वास कैसे कायम करेंगे। पहल सरकार को करनी है और सहयोग जनता को करना है। हम अपने घरों में बाहरी राज्य के लोगों को किराए पर रख लेते हैं, पर उनका पुलिस
विकास की मौजूदा दौड़ के बीच निर्माण रोकने की आवश्यकता को हम राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के हालिया फैसले में देख सकते हैं। हरिद्वार से उन्नाव के बीच गंगा में कचरा फेंकने पर पचास हजार जुर्माने के अलावा नदी के आसपास सौ मीटर के दायरे में ‘नो डिवेलपमेंट जोन’ की घोषणा, एक बड़ा संदेश है। विकास
(डा राजन मल्होत्रा, पालमपुर) प्रदेश विकास व उन्नति के जितने भी दावे कर ले, लेकिन जमीन पर लड़खड़ाती व्यवस्थाएं हकीकत से रू-ब-रू करवा रही हैं। गांव प्रधान प्रदेश के उन्नति की राह पर बढ़ने के साथ शहरों का विस्तार तो तेजी से हो रहा है, लेकिन शहरों की जरूरत के मुताबिक सुविधाएं आज तक विकसित
(डा. राजेंद्र प्रसाद शर्मा (ई-मेल के मार्फत) ) अनके अवरोधों के बावजूद पहली जुलाई से सारे देश में ‘एक राष्ट्र-एक कर-एक बाजार’ का सपना पूरा हो ही गया। संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बटन दबाने के साथ ही कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में एक कर व्यवस्था
साल 2010 में पड्डल कालेज से चलने वाली आईआईटी मंडी ने आकाश और तेजस सरीखे प्रोजेक्टों में योगदान देकर खुद को इक्कीस साबित कर दिया है। अब बादल फटने व भू-स्खलन की जानकारी भी यहां से चुटकियों में मिलने लगेगी। सोलर एनर्जी पर भी तेजी से काम हो रहा है। कमांद में कैसे लिखी जा