हिमाचल हाई कोर्ट ने परिवहन निगम की सामाजिक जिम्मेदारी के आलोक में जो निर्देश दिए हैं, वे वास्तव में दायित्व की पहली शर्त होनी चाहिए। माननीय अदालत ने बस अड्डों के शौचालय की स्थिति सुधारने के लिए समयसीमा तय करते हुए बता दिया कि बड़े भवनों या लक्ष्यों के बीच छोटे-छोटे पहलू किस तरह नजरअंदाज
किशन चंद चौधरी लेखक, बड़ोह, कांगड़ा से हैं मां-बाप का सार्थक संवाद व अध्यापकों की रचनात्मक भूमिका विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के मकड़जाल से आजाद कर सकती है। विद्यार्थियों को स्वयं चाहिए कि वे कम्प्यूटर, इंटरनेट व स्मार्ट फोन का सीमित व उचित प्रयोग करें। मित्रों व रिश्तेदारों से मिलें, घूमें-फिरें, योग करें व किताबों
(डा. शिल्पा जैन सुराणा, वरंगल, तेलंगाना) महिला क्रिकेट टीम भले ही महिला विश्व कप के फाइनल मैच में हार गई, फिर भी इसने करोड़ों लोगों के दिल जीत लिए। कप्तान मिताली राज के नेतृत्व में महिला टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। टीम इंडिया ने मैच के शुरू से लेकर अंत तक जबरदस्त संघर्ष किया। खिलाडि़यों
(वर्षा शर्मा, पालमपुर) जरा पिछले दिनों के अखबारों के पन्नों को पलट कर देखें, तो हैरानी होगी देखकर कि हिमाचल में कितने हादसे हो रहे हैं। कहीं मां-बेटी की करंट से मौत, कहीं सर्पदंश से चार लोगों की जान गई, कहीं खंभे पर चढ़े लाइनमैन की करंट से मृत्यु। कहीं किसी ने जहर खा लिया,
ललित गर्ग लेखक, स्वतंत्र पत्रकार हैं रामनाथ कोविंद देश के चौदहवें राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। वह एक दलित के बेटे हैं, जो सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने की दूसरी घटना है। इससे भारत के लोकतंत्र को नई ताकत मिलेगी। सर्वव्यापी उथल-पुथल में नई राजनीतिक दृष्टि, नया राजनीतिक परिवेश आकार ले रहा है। इस दौर
(स्वास्तिक ठाकुर, पांगी, चंबा) सरकारी कामकाज की समीक्षा करने वाली संस्था कैग ने एक और दहला देने वाला खुलासा किया है। यह खुलासा इसलिए भी भयावह है, क्योंकि यह सीधे-सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले को संबोधित करता है। इसी की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सेना के पास सिर्फ दस दिन
पुस्तक : मैं जीना सिखाता हूं लेखक : अजय पाराशर मूल्य : 200 रुपए प्रकाशक : बोधि प्रकाशन, एफ-77, सेक्टर-9, इंडस्ट्रियल एरिया, जयपुर एड्स पीडि़तों के अनुभवों के संसार में झांकना और उनके जीवन के अंधेरे कोनों की टोह लेना इतना आसान नहीं है। बाह्य स्थितियों का आकलन तब तक संभव नहीं, जब तक मन
पहले सावन का महीना आते ही गांव के मोहल्लों में झूले पड़ जाते थे और सावन की मल्हारें गूंजने लगती थी। ग्रामीण युवतियां-महिलाएं एक जगह देर रात तक श्रावणी गीत गाकर झूला झूलने का आनंद लेती थी। वहीं जिन नव विवाहित वधुओं के पति दूरस्थ स्थानों पर थे उनको इंगित करते हुए विरह गीत सुनना
कुलदीप नैयर लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं प्रणब मुखर्जी ने वक्त का तकाजा समझ लिया और घोषणा कर दी कि वह वर्ष 2014 का चुनाव नहीं लड़ेंगे। पहले से तैयार बैठी सोनिया गांधी ने इसे स्वीकृति दे दी क्योंकि वह राहुल गांधी का रास्ता पहले ही साफ कर चुकी थीं। मुखर्जी स्पष्टीकरण देने के लिए कुछ