वैचारिक लेख

अशोक गौतम ashokgautam001@Ugmail.com बर्फ  में असली घरवाली को घर छोड़ टाइम पास बाहरवाली के साथ मस्तियां करते-करते जब नेताजी ठंडे पड़ गए तो विपक्ष के लीड नेताजी को ख्याल आया कि ऐसे कैसे हो गया जो उन्होंने बर्फबारी को लेकर सरकार को नहीं कोसा? आज तक तो संजीदा विपक्ष का धर्म निभाते हुए सरकार द्वारा

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक वित्तीय घाटा उस रकम को बोलते हैं जो सरकार अपनी आय से अधिक खर्च करती है। जैसे सरकार की आय यदि 80 रुपए हो और सरकार खर्च 100 रुपए करे तो वित्तीय घाटा 20 रुपए होता है। वित्तीय घाटे का अर्थ हुआ कि सरकार अधिक किए गए खर्च की रकम को

राजेंद्र राजन लेखक, हमीरपुर से हैं देश की स्वतंत्रता की दिशा व दशा को तय करने में जलियांवाला बाग कांड की अहम भूमिका रही है। करीब 500 या 1000 निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या को कौन भुला सकता है? लेकिन इस हत्याकांड के बाद की पटकथा में पंजाब, खासकर अमृतसर के बेशुमार जयचंद और मीरजाफर

कर्म सिंह ठाकुर मंडी फरवरी महीने में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी विधानसभा में आगामी वित्त वर्ष 2020-21 का बजट प्रस्तुत करेंगे। यह उनका तीसरा बजट होगा। वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा राज्य विधानसभा को सूचित किया

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं एक खबरिया चैनल पर देश के महान संत तोता राम को अपने भक्तों के सामने सुबकते देख, हमारे मुंह से बरबस निकल पड़ा, ‘‘किसी संत को इस तरह पब्लिक के सामने रोना शोभा नहीं देता। इससे उनके उन शिष्यों पर क्या गुजरेगी, जिनके तारण का ठेका परम पूज्य तोता

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री गौरतलब है कि पिछले दिनों देश के छोटे और मध्यम उद्योगों से संबंधित उद्यमियों ने वित्तमंत्री के साथ बजट पूर्व बैठक में इस क्षेत्र को मुश्किलों से बचाने के लिए कई जरूरी अपेक्षाएं प्रस्तुत की हैं। कहा गया है कि  एमएसएमई द्वारा दी जाने वाली पेशेवर सेवाओं पर वस्तु एवं

राकेश शर्मा लेखक, कांगड़ा से हैं मां-बाप हमेशा उम्मीद करते हैं कि एक दिन उनकी संतान, उनका और उनके परिवार का बोझ अपने कंधों पर उठा लेगी और वे एक निश्चिंत जिंदगी जिएंगे, लेकिन संतान के नशे की चपेट में आने से उनकी सारी उम्मीदें तहस-नहस हो रही हैं और नारकीय जीवन जीने के लिए

कुल राजीव पंत kulrajeevpant1952@gmail.com छुट्टियां बिताने आए साहब स्विमिंग पूल के किनारे लगी आराम कुर्सी पर बैठे, रंगीन चश्मा लगाए चारों तरफ  के नजारे का आनंद उठा रहे थे। बीच-बीच में गिलास से ठंडे पेय के सिप भी ले लेते। इसी बीच मोबाइल की घंटी बज उठी। स्क्रीन पर बड़े बाबू पांडे का नाम चमक

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार ब्रिटिश सरकार का हित इसमें था कि एक नया इस्लामी देश बना कर उसे इस्लामी देशों की कमान सौंपी जा सके और उसका उपयोग भारत में रूसी साम्यवाद को रोकने के लिए किया जाए। इसके साथ ही भारत का एक स्थायी दुश्मन उसके पड़ोस में खड़ा कर दिया जाए