वैचारिक लेख

डा. भरत झुनझुनवाला लेखक, आर्थिक विश्लेषक एवं टिप्पणीकार हैं इस कठिन परिस्थिति का सामना करने की सरकार की रणनीति है कि भाखड़ा एवं टिहरी जैसे नए बांध बनाए जाएं। जैसे कि लखवार व्यासी तथा पंचेश्वर में प्रस्तावित हैं। पहाड़ में होने वाली वर्षा के पानी को इन डैमों में जमा कर लिया जाए। वर्षा धीरे-धीरे

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं भारत में आज भी शहरी और ग्रामीण आबादी का 50 फीसदी हिस्सा निजी डाक्टरों और प्राइवेट क्लीनिक तथा अस्पतालों में महंगा इलाज करवाने के लिए अभिशप्त है। इस तथ्य के आधार पर भी लोगों को सस्ती और उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने की जरूरत

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं ऐसा बताया जाता है कि अमरीका ने भारत से कहा है कि वह इरान से तेल का आयात न करे। नई दिल्ली ने स्पष्ट किया है कि वह वाशिंगटन को बता चुकी है कि हमारा इरान से तेल आयात करने को लेकर दीर्घावधि समझौता है, क्योंकि इस देश ने

सुरेश कुमार लेखक, योल से हैं हिमाचल ने  खुद को मिटाकर बांध बना दिए और दूसरे राज्यों को रोशन कर दिया और आज भी हिमाचल के कई गांव अंधेरे में हैं। विडंबना यह है कि हिमाचल में बिजली बनती है और हिमाचल में ही महंगी है। पौंग डैम के विस्थापित आज भी अपने हक के

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं अलबत्ता सोज ने यह नहीं कहा कि कांग्रेस में छोटे लोग कौन थे, जिन्होंने कश्मीर के मसले पर नेहरू को आगे नहीं बढ़ने दिया। सोज को पूरा यकीन है कि यदि तुच्छ मन वाले कांग्रेसी नेहरू को न रोकते, तो नेहरू कश्मीर को परवेज मुशर्रफ वाली स्वायत्तता

प्रताप सिंह पटियाल लेखक, बिलासपुर से हैं राज्य सरकार ने मार्च महीने में जंगलों को आग से बचाने के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत भी की थी, मगर धरातल पर वनों की आग ने सारे दावे खोखले साबित कर दिए। आलम यह है कि इस भयंकर आग पर काबू पाना वन विभाग के साथ-साथ स्थानीय

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं भविष्य में नई तकनीकों की हमें जरूरत होगी। मिसाल के तौर पर बादल, डिजीटल वर्ल्ड, कार्य को करने तथा सफलता तलाशने के रास्तों का सृजन तथा कार्यात्मक सृजनशीलता को कोर्स में ज्यादा से ज्यादा पढ़ाने की जरूरत होगी। एक अन्य चुनौतीपूर्ण मसले की

भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं खेलों के लिए खेल संविधान धन का प्रावधान खेल विभाग के पास है, खिलाड़ी विद्यार्थी राज्य शिक्षा विभाग के विद्यालयों में है तथा खेलों की मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन व उनके नियमों का जिम्मा खेल संघों पर है। इसलिए प्रदेश में इन तीनों संस्थाओं का आपस

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं हमारी सरकारें अकुशलता की प्रतिमूर्तियां हैं। असंवेदनशील नौकरशाही और जनता से कटे नेतागणों की सरकार किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि खुद एक समस्या है। प्रशासन और सरकारें तभी प्रभावी हो सकती हैं, यदि वे स्थानीय स्तर पर जनता से जुड़ सकें और जनता की समस्याओं