भूपिंदर सिंह

फल की इच्छा का परित्याग पूर्वक समस्त कर्मों का ईश्वर को समर्पण करना ईश्वर प्राणिधान कहलाता है। हजारों साल पहले भारतीय शोधकर्ताओं ने योग की क्रियाओं से होने वाले लाभों को समझ लिया था, जो आज की चिकित्सा व खेल विज्ञान में योग

कम से कम बीस मिनटों तक तेज चलने, दौडऩे व शारीरिक क्रियाओं के करने से रक्त वाहिकाओं में रक्त संचार तेज हो जाता है। उससे हर मसल को उपयुक्त मात्रा में प्राणवायु मिलने से उसका समुचित विकास होता है। विद्यार्थी को कल का अच्छा नागरिक बनाना है तो उसे फिटनेस कार्यक्रम देना होगा...

200 मीटर की दौड़ में राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर की धाविका प्रोमिला ने अंतर विश्वविद्यालय एथलेटिक्स बंगलूरु 2006 में 100 मीटर में चौथा तथा 200 मीटर की दौड़ को 24.93 सैकेंड में दौड़ कर रजत पदक जीता था...

हाकी में माजरा स्कूली खेल छात्रावास की लड़कियों ने पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय स्कूली खेलों में हिमाचल प्रदेश को पदक तालिका में स्थान दिलाया है। इन लड़कियों को एस्ट्रोटर्फ मिले तो यहां से और भी अच्छे परिणाम आ सकते हैं। माजरा छात्रावास को फीडिंग रख कर अच्छे खिलाडिय़ों को एस्ट्रोटर्फ पर प्रशिक्षण के लिए ऊना में एक और नया छात्रावास जल्द ही हिमाचल को खोलना चाहिए...

प्रतिभा खोज के बाद पढ़ाई के साथ-साथ प्रशिक्षण के लिए अच्छी खेल सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिएं। इसके लिए राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान की तर्ज पर अपना राज्य क्रीड़ा संस्थान हो, वहां पर प्रदेश के खिलाडिय़ों को लंबी अवधि के प्रशिक्षण शिविर लगें...

विद्यालय के प्रधानाचार्यों व शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों को चाहिए कि वे खेल सुविधा व प्रतिभा के अनुसार अपने विद्यालयों में अच्छे प्रशिक्षकों के साथ प्रशिक्षण चलाएं...

खिलाड़ी को तैयार करने में प्रशिक्षक की भूमिका जब जरूरी है तो फिर हम उसे सामाजिक-आर्थिक रूप से निश्चिंत कर प्रशिक्षण पर केन्द्रित क्यों नहीं होने देते....

तेज चलने, दौडऩे, शारीरिक क्रियाओं को करने से रक्त संचार तेज हो जाता है। मसल को उपयुक्त मात्रा में प्राणवायु मिलने से उसका समुचित विकास होता है। आज के विद्यार्थी को अगर कल का अच्छा नागरिक बनाना है तो स्कूली पाठ्यक्रम में पढ़ाई के साथ फिटनेस कार्यक्रम भी देना होगा...

वर्षों के अंतराल के बाद राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला द्वारा आयोजित हिमाचल प्रदेश अंतर महाविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय मंडी की धाविका कुसुम ठाकुर ने सौ मीटर की फर्राटा दौड़ को 11.58 सेकेंडों के नए कीर्तिमान के साथ दौड़ कर राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की रिचा द्वारा बनाए गए विश्वविद्यालय के ही नहीं, बीस वर्ष पहले बने पुष्पा ठाकुर के राज्य कीर्तिमान को भी तोड़ दिया है। कुशम 12 सेकेंडों से नीचे 100 मीटर को दौडऩे वाली तीसरी महिला बन गई है। हमीरपुर की प्रिय ठाकुर भी पिछले वर्ष राज्य प्रतियोगिता में 11.98 सेकें