री-सेल किए गए मोबाइल फोन से भी शातिर आपका डाटा चोरी कर सकते हैं
फोटो: फ्रीपिक
शातिर पुराने मोबाइल फोन को ठीक कर उसका इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी के लिए कर रहे हैं
ऐसे में ऑनलाइन ठगी मामलों की जांच में मोबाइल का असली मालिक भी पुलिस की जांच में आरोपी बन सकता है
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों व साइबर ठगी से अनजान घरों में खराब पड़े फोन कुछ पैसे कमाने के चक्कर में बेच देते हैं
शातिर खराब फोन ठीक कर उसे एक्टिव कर देते हैं और उसे ऑनलाइन ठगी के लिए उपयोग कर रहे हैं
जब एंड्रायड फोन की बात आती है, तो उसमें से डाटा हटाने का अधिक सुरक्षित तरीका नहीं होता है
पुराना फोन बेचते समय सुनिश्चित करें कि फोन में आपकी निजी जानकारी जैसे घर का पता और फोन नंबर शामिल नहीं है
मोबाइल रिपेयर करवाते समय फोन से सिम व मेमोरी कार्ड निकाल लें, ताकि आपका डाटा लीक न हो सके
कोई विके्रता व्यक्तिगत रूप से जांच किए बिना भी फोन खरीदने के लिए उत्सुक दिखाई देता है, तो वह धोखेबाज निकल सकता है
ऐसे खरीददारों से सावधान रहें, और भुगतान प्राप्त करते समय किसी भी लिंक, क्यूआर कोड पर क्लिक न करें या अपना यूपीआई पिन दर्ज न करे