वैसे तो समस्त हिमाचल अपने आप में जन्नत समेटे हुए है। पर्वत, हरे जंगल, झरने सभी को अपनी हो खींचते हैं
ऐसी ही एक रामसर साइट है, जो मेहमान परिंदों की पंसदीदा स्थली है
हम बात कर रहे हैं पौंग झील की, जहां विदेशों से आने वाले परिंदे इसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रहे हैं
पौंग जलाशय में अब तक 108 प्रजातियों के 1,17,022 परिंदों ने दस्तक दे दी है
इनमें से अधिकांश पक्षी ट्रांस हिमालयी क्षेत्र के तिब्बत, मध्य एशिया, रूस और साइबेरिया से पहुंचे हैं
जलाशय में पिछले वर्ष 1,10,309 पक्षियों की तुलना में इस बार 6713 परिंदो की वृद्धि दर्ज की गई है
इस वर्ष पहली बार झील में लंबी पूंछ वाली बतख पाई गई है। यह बतख अधिकतर अमरीका महाद्वीप में पाई जाती है
इस वर्ष यूरेशियन कूट के 13035, उत्तरी पिंटेल के 15784 और कॉमन टील 6478 पक्षी यहां पहुंचे हैं
इसके अलावा कॉमन पोचर्ड 8096, यूरेशियन कबूतर 1674, लिटिल कॉर्मोरेंट 6565, नॉर्दर्न शोवेलर 1518 और ग्रेट कॉर्मोरेंट प्रजाजि के 2768 पक्षी पौंग पहुंचे हैं
असामान्य प्रजातियों में लेसर व्हाइट, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, फेरुगिनस पोचर्ड, पाइड एवोकेट, नॉर्दर्न लैपविंग और कॉमन केस्ट्रेल आदि परिंदे भी यहां पहुंचे हैं