अब मनरेगा में धांधली आसान नहीं

घर बैठे ही लोकपाल को भेज सकते हैं ऑनलाइन शिकायत

धर्मशाला —  हिमाचल प्रदेश में अब मनरेगा कार्यों में धांधली करना आसान नहीं होगा। पंचायत के लोग कार्य की गुणवत्ता सहित किसी भी प्रकार की धांधली होने पर घर बैठे ही एक क्लिक के माध्यम से ऑनलाइन शिकायत मनरेगा लोकपाल में भेज सकते हैं। शिकायत के आधार पर मनरेगा लोकपाल त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे मामले की उचित जांच करवाएंगे। अब प्रदेश में हाईटेक तकनीक से भ्रष्टाचार रोकने के प्रयास तेज हो गए हैं। इसके चलते अब शिकायतकर्ता को बिना मेहनत और किराए खर्चने की बजाय मात्र एक क्लिक पर शिकायत करने का मौका मिल जाएगा। प्रदेश में चल रहे महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के कार्यों में धांधलियों को रोकने के लिए डिजिटल तरीका अपनाया जा रहा है। लोगों को मनरेगा कार्य में होने वाली शिकायतों को जनप्रतिनिधियों सहित अन्य अधिकारियों द्वारा अनसुना नहीं किया जा सकेगा। काम की क्वालिटी सहित अन्य किसी भी प्रकार की धांधली होने पर लोगों को मात्र एक क्लिक पर ही शिकायत करने का मौका मिल सकेगा। इससे पहले लोगों को मनरेगा कार्यों की शिकायत करने के लिए आवेदन प्रपत्र पंचायत प्रधानों, सचिवों, ब्लॉक विकास अधिकारी सहित जिला पंचायत अधिकारी को सौंपना पड़ता था। मनरेगा लोकपाल का गठन मनरेगा के तहत होने वाले समस्त कार्याें की देखरेख करने के लिए किया गया है। मनरेगा लोकपाल को सरकार सहित सभी अधिकारियों से अलग शक्तियां प्रदान की गई हैं। इससे मनरेगा लोकपाल मामले को लेकर पूरी जांच के आधार पर फैसला सुना सकते हैं। मनरेगा लोकपाल द्वारा सुनाए गए फैसले के आधार पर काम  करना जनप्रतिनिधियों सहित सरकार को पूरी तरह से अनिवार्य किया गया है। ऐसा न करने पर लोकपाल द्वारा कड़ी सजा दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है। लोग जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के तहत मनरेगा लोकपाल की वेबसाइट में जाकर आसानी से अपनी शिकायत भेज सकते हैं। लोकपाल द्वारा कार्रवाई शुरू किए जाने के बाद शिकायतकर्ता को अपनी शिकायत के तथ्य बताने के लिए शामिल होना होता है।