अश्वनी खड्ड के सैंपल दूसरी बार फेल

रिपोर्ट आने के बाद सकते में प्रशासन, सोलन में पानी की किल्लत बढ़ने की आशंका

सोलन — अश्वनी  खड्ड  का सैंपल एक बार फिर से फेल हो गया है। एनआईए लैब पूना द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार नदी के पानी में हेपेटाइटिस-ए का वायरस पाया गया है। लगातार दूसरी बार सैंपल फेल होने के बाद अश्वनी खड्ड पेयजल योजना पर लंबे समय के लिए रोक लगा दी गई है। इसकी वजह से आने वाले दिनों में पेयजल संकट और भॅ अधिक बढ़ सकता है। जानकारी के अनुसार बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी व बारिश की वजह से अश्वनी खड्ड में पानी के साथ गाद आ रही थी, जिसकी वजह से प्रशासन ने इस खड्ड पर स्थित पेयजल योजना पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सोलन शहर में लोगों को नियमित रूप से चौथे दिन पानी की सप्लाई दी जा रही है। प्रशासन द्वारा दो बार अश्वनी खड्ड का सैंपल जांच के लिए पूना भेजे गए थे, लेकिन लगातार इस नदी के पानी में हेपेटाइटिस-ए का वायरस पाया जा रहा है, जिसकी वजह से यह पानी पीने योग्य नहीं रहा है। दूषित पानी के प्रयोग की वजह से पहले भी सोलन व शिमला में पीलिया फैल चुका है। इसी नदी के पानी को पीने से यह जानलेवा बीमारी फैली थी। यही वजह है कि प्रशासन ने नदी के साथ लगती पेयजल योजना पर रोक लगा दी है।  सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग  विभाग द्वारा अश्वनी खड्ड के जल की नियमित जांच करवाई जा रही है। विभाग और नगर परिषद शहर के विभिन्न स्थानों से आपूर्ति किए जा रहे जल के नियमित नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेज रहे हैं।

उबाल कर ही पिएं पानी

जिला प्रशासन ने  शहरवासियों से आग्रह किया कि वे नियमित रूप से 15 मिनट उबालने के उपरांत ही जल का प्रयोग करें। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पीलिया एवं अन्य जलजनित रोगों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। शहरवासियों को जल आपूर्ति एवं जलजनित रोगों के संबंध में घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है।