एक पर्ची पर एक ही बार दवाई

स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर बोले, 46 दवाइयों की लिस्ट तैयार

मंडी —  कुछ विशेष दवाइयों का प्रयोग नशे रूप में रोकने के लिए प्रदेश दवा विक्रेता संघ ने नई पहल शुरू की है। अब कोई भी केमिस्ट डाक्टर द्वारा लिखी पर्ची पर एक ही बार दवाई देगा। इस श्रेणी में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने 46 दवाइयां रखी हैं, जो कि चिकित्सक की पर्ची पर सिर्फ एक बार ही मिलेंगी। इसके लिए दवा विक्रेता पर्ची पर दवा खरीदे जाने की मुहर लगाएंगे, जिसके बाद दूसरा कोई भी दवा विक्रेता फिर उसी पर्ची पर ऐसी दवाई नहीं देगा। प्रदेश दवा विक्रेता संघ की इस पहल की शुरुआत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, राजस्व व विधि मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने मंडी में संघ द्वारा आयोजित एक समारोह में की। देश में प्रतिवर्ष लगभग एक लाख करोड़ रुपए की दवाइयां बनाई जाती हैं, जिसमें से लगभग 30 हजार करोड़ रुपए की दवाएं प्रदेश में बनाई जा रही हैं। प्रदेश में बनाई जा रही दवाइयों में से लगभग 9500 करोड़ रुपए की दवाइयां विदेशों में भी भेजी जा रही हैं। दवाइयों के निर्माण में गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वर्तमान समय में प्रदेश में लगभग  700 दवा निर्माता कंपनी कार्यरत हैं। दवा निर्मित करने वाली कंपनियों को दवाई बनाने की सामग्री बाहर से मंगवानी पड़ती है, जबकि सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं कि यह सामग्री इन्हें बद्दी में ही उपलब्ध हो सके। इस अवसर पर उपायुक्त संदीप कदम, अध्यक्ष जिला दवा विक्रेता संघ मंडी प्रमोद कौशल, प्रदेश दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा़ देसराज शर्मा, सहायक दवा नियंत्रक मनीष कपूर और पंजीयक प्रदेश फार्मेसी काउंसिल कमलेश, जिप अध्यक्ष चंपा ठाकुर, कांग्रेस जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा और चंद्रशेखर भी उपस्थित रहे।

निरीक्षक के 22 पद भरने को मंजूरी

दवाओं पर नियंत्रण प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सरकार ने अभी हाल ही में 22 दवा निरीक्षक के पद भरने की मंजूरी प्रदान की है। इसके अलावा पदोन्नति द्वारा तीन सहायक दवा नियंत्रक बनाए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर दवाओं का निरीक्षण करते रहें, ताकि नशे के लिए दवाओं के प्रयोग पर अंकुश लगाया जा सके।