चीन की बढ़ती बेचैनी

( किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर )

भारत ने अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण क्या किया कि पड़ोसी चीन का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उसकी सिट्टी-पिट्टी ही जैसे गुम हो गई हो। वह धमकी भरे लहजे में कह रहा है कि भारत ने अगर अपनी हरकतें न रोकीं, तो वह पाकिस्तान को सहायता देकर संतुलन साधने की कोशिश करेगा। वह भारत को नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान के माध्यम से घेरने में लगा है। आज चीन के कई गुप्तचर देश में तिब्बतियों की वेशभूषा में प्रवेश कर रहे हैं। चीनी और तिब्बतियों की कद-काठी में अंतर न होने के कारण इनकी पहचान बहुत कठिन है। चीन धर्मशाला के आसपास कोई बड़ी वारदात करवा सकता है। भारत को चीन जैसे शक्तिशाली व कुटिल शत्रु से निपटने के लिए सदैव सशक्त और तैयार रहना पड़ेगा। 1962 की पराजय को भारत कभी न भुला सकेगा। उसे अत्यंत सतर्क रहने की जरूरत है। सतर्कता में ही सुरक्षा है।