पाठकों के पत्र

वर्ष 1998 में गठित राज्य कर्मचारी चयन आयोग को कई अनियमितताओं के चलते आखिर बंद किया गया है। निश्चित रूप से नई सरकार इसकी जगह कोई कामचलाऊ वैकल्पिक व्यवस्था करेगी, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह व्यवस्था पुख्ता हो, ताकि फिर से कोई अनियमितता न हो। नई व्यवस्था स्पष्ट, स्वच्छ और पारदर्शी हो।

प्रदेश में संस्थान बंद करने को लेकर विपक्ष का धरना-प्रदर्शन कितना सही कितना गलत है, यह तो जनता जानती है, समझती है, लेकिन इस सत्य से इंकार नहीं किया जा सकता है कि सरकार किसी की भी हो, पर चुनाव से कुछ महीने पहले बिना इंफ्रास्ट्रक्चर के, बिना वित्तीय प्रावधान के किसी संस्थान का शुरू

महंगाई के कारण गरीब और मध्यम वर्ग परेशान होकर रह गया है। केंद्र सरकार को महंगाई के विषय पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। इससे लोगों को यह पता लगाने में आसानी होगी कि किस-किस सरकार के राज में कितनी महंगाई बढ़ी। साथ ही यह पता भी चल सकेगा कि महंगाई के लिए केंद्र सरकार

महंगाई के कारण गरीब और मध्यम वर्ग परेशान होकर रह गया है। केंद्र सरकार को महंगाई के विषय पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। इससे यह पता चल सकेगा कि जीएसटी के कारण कितनी महंगाई बढ़ी है, जीएसटी के रूप में जो राजस्व एकत्र होता है, उसका कितना हिस्सा केंद्र को जाता है और कितना

देश का लोकतंत्र खतरे में है या नहीं, इससे देश की प्रबुद्ध जनता भली-भांति परिचित है। देश की संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता खतरे में है या नहीं, यह भी पढ़ी-लिखी प्रबुद्ध जनता जानती है। लोकतंत्र को लेकर जो विवाद आजकल गर्म है, उसे राजनीति से प्रेरित कहा जा सकता है। कभी-कभी ऐसा होना भी स्वाभाविक

महात्मा गांधी जी ने देश को आजाद करवाने और लोगों को आजादी के प्रति जागरूक करने के लिए बहुत से आंदोलन चलाए थे। इन्हीं में से एक थी दांडी यात्रा। सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि महात्मा गांधी जी ने यह मार्च आखिर क्यों किया था? हमारे देश में अंग्रेजों के नमक के

कुछ दिनों बाद गर्मियों का मौसम शुरू होने वाला है। संकेत यह मिल रहे हैं कि इस बार बहुत गर्मी पड़ेगी। हिमाचल के कई स्थानों पर पारा 45 के पार जा सकता है। ऐसे में पेयजल के लिए लोगों को तरसना न पड़े, इसके लिए सरकार और प्रशासन को अभी से व्यापक प्रबंध कर लेने

खबरों के मुताबिक देश ने इस बार होली पर चीनी पिचकारी से रंग कम उड़ाया। यह देश के लिए बहुत ही सराहनीय है क्योंकि इससे कुछ तो देश का धन चीन जाने से बचा। अगर हम सभी देशवासी चीनी सामान का प्रयोग त्योहारों में न करें तो इससे हमारे देश के उन लोगों के त्योहारों

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेस वे के पहले हिस्से का उद्घाटन हाल ही में किया। यह देश के सडक़ मार्ग को और मजबूत करने के लिए एक अच्छी पहल है। इससे दो बड़े महानगरों दिल्ली और मुंबई की दूरी सडक़ मार्ग से कम होगी, जिससे आमजन को और सुविधा सफर के लिए होगी और