पाठकों के पत्र

हमारे देश और समाज में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और धार्मिक बुराइयों ने जो पैर पसारे हैं, उसकी वजह लोगों में बढ़ती भौतिकतावादी और आधुनिकता की तृष्णाएं और बेवजह की इच्छाएं भी हैं। झूठी शान के लिए कुछ लोग अनैतिक कार्यों में संलिप्त हो रहे हैं। इनसानियत से गिर रहे हैं। देश की राजनीति में जो दोष आए हैं, उसकी वजह भी यह है कि कुछ लोग राजनी

पतंजलि के कुछेक उत्पादों का मामला सुर्खियों में है। वैसे भ्रामक विज्ञापन किन्हीं एक या दो कंपनियों के ही नहीं होते, लगभग हर कंपनी अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए ऐसा करती है। पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापनों की सुनवाई के साथ-साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से उच्चतम न्यायालय ने जो भी सवाल पूछे, उनके संबंधित संस्थाओं को साफ-साफ उत्तर देने चाहिए और सबकी निष्पक्ष और उचित जांच भी होनी चाहिए।

23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस बहुत से देशों में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 23 अप्रैल 1995 को यूनेस्को में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य विश्वभर के मुख्य लेखकों को सम्मान देना और जो लेखक दुनिया को अलविदा कह गए हैं, उन्हें श्रद्धांजलि देना भी है। इस दिवस को मनाने का एक उद्देश्य लोगों की पुस्तकों के प्रति रुचि बढ़ाना और साक्षरता दर बढ़ाना भी है। इस दिवस के

कांग्रेस और मोदी सरकार के विरोधी दूसरे राजनीतिक दलों ने अपने घोषणापत्र पेश किए हैं। उन्हें जनहित और देशहित कम, मोदी सरकार की नीतियों का विरोधी ज्यादा बताया जा रहा है। यह बिल्कुल माना जा सकता है कि मोदी के विरोधी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने घोषणा पत्र में मोदी सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध किया है और अगर ये सत्ता में आते हैं तो मोदी सरकार की लगभग सभी योजनाओं और नीतियों में बदलाव करेंगे, लेकिन यह कोई नई बात नहीं है।

सन् 1970 में पृथ्वी के संरक्षण के उद्देश्य से अमरीकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने पृथ्वी दिवस मनाने का निर्णय लिया था। इस दिवस को अमरीका ट्री डे के रूप में मनाता है। और अब सन् 1970 से हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस बहुत से देशों में मनाया जाता है। हमारे देश में भी इस दिन बहुत से प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। हम जिस थाली में खाएं, उसी में छेद करना शुरू कर दें, तो यह हमारी सबसे बड़ी नासमझी नहीं होगी, तो और क्या होगा?

कांग्रेस के विक्रमादित्य और भाजपा की कंगना रनौत लोकसभा चुनाव के लिए मंडी से प्रत्याशी हैं। कंगना की राजनीति में नई-नई एंट्री है और वह शायद पहली बार चुनाव लड़ रही हैं, जबकि विक्रमादित्य राजनीति में पिछले कुछ वर्षों से सक्रिय हैं...

19 अप्रैल को वल्र्ड लिवर डे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को लिवर को सुरक्षित रखने के प्रति जागरूक करना भी है। हमारे शरीर के वैसे तो सभी अंगों का तंदुरुस्त होना हमारे लिए वरदान है, लेकिन हमारे शरीर के कुछ अंग ऐसे भी हैं जिनमें अगर हमारे गलत खानपान और जीवनशैली के कारण दिक्क

अक्सर देश के विभिन्न राज्यों में दूषित पानी लोगों की सेहत का दुश्मन बन जाता है। दूषित जल के कारण लोगों की जो सेहत खराब होती है, उसके लिए कौन जिम्मेवार है, सरकार, प्रशासन या फिर आम जन? दूषित जल के लिए तो सरकार और प्रशासन ही ज्यादा जिम्मेवार हैं, क्योंकि आम जन को सरकार की तरफ से दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं में स्वच्छ जल उपलब्ध करवाना मु

हम भगवान श्री राम जी का जन्मदिन राम नवमी के रूप में मनाते हैं। जब-जब भी सृष्टि पर पाप बढ़ा है, असुरों के अत्याचार से प्राणी जाति संकट में आई है और सत्य, इनसानियत का पतन होने लगा है, तब-तब भगवान धरती पर किसी न किसी रूप में आए हैं। कभी राम बनके, तो कभी कृष्ण के रूप में। भगवान श्री राम जी ने सृष्टि को रावण के जुल्मों और अत्याचारों से मुक्त करवाया था