( वर्षा शर्मा, पालमपुर, कांगड़ा )
शिमला जिला की ननखड़ी पंचायत ने यदि अपनी वेबसाइट तैयार करने वाली पंचायत का रुतबा हासिल किया है, तो यह प्रदेश की दूसरी पंचायतों के लिए भी अनुकरणीय पहल मानी जाएगी। आज इंटरनेट के युग में जहां सारी दुनिया एक गांव बन चुकी है, वहां हिमाचल के हर क्षेत्र को बढ़-चढ़कर यहां अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी चाहिए। यह दीगर है कि आज पर्यटक लोकप्रिय व भीड़भाड़ वाले स्थानों से कहीं दूर एकांत में सुकून की मंजिल तलाशता है। ऐसे स्थानों की खोज में वह इंटरनेट का भी सहारा लेता है। हिमाचल के पास ऐसे गांवों की कमी नहीं, जो पर्यटकों की तलाश को पूरा कर सकते हैं। कुदरती नजारों से समृद्ध हिमाचल के हर गांव की अपनी खूबियां हैं, लेकिन आज तक ऐसा प्रचार तंत्र विकसित ही नहीं हो पाया है, जो इन्हें पर्यटकों से मुखातिब करवा पाए। एक वेबसाइट के जरिए यदि शिमला के एक गांव ने खुद को गुमनामियों के अंधेरे से निकालने की कोशिश की है, तो इसके लिए इस पंचायत के प्रतिनिधि भी प्रशंसा के पात्र हैं। इस वेबसाइट के जरिए ननखड़ी पंचायत जहां अनजान पर्यटकों से अपना परिचय करवा पाएगी, वहीं शासन में पारदर्शिता की एक नई परिपाटी भी ईजाद होगी। उम्मीद है कि ननखड़ी से प्रेरित होकर प्रदेश की कई अन्य पंचायतें भी इंटरनेट की दुनिया का हिस्सा बनेंगे।