मुश्किलों का दौर जारी, फिर होने लगी बर्फबारी

311 सड़कें बहाल 253 अभी भी बंद

शिमला – हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी के बाद अव्यवस्था का दौर अभी भी जारी है। भारी बर्फबारी के बाद से प्रदेश की कुल 564 सड़कें ठप थीं, जिनमें से मगंलवार तक 311 सड़कें बहाल कर दी गई हैं। 253 मार्ग अभी भी बंद हैं। इसके अलावा लाहुल-स्पीति व चंबा के हेलिपैड भी उड़ानों के लिए खोल दिए गए हैं। हालांकि लाहुल-पांगी अभी भी कटे हुए हैं। चौपाल क्षेत्र को 13 जनवरी तक, जबकि रोहडू को बुधवार तक बहाल करने का दावा किया जा रहा है। प्रदेश के किन्नौर कुल्लू, मनाली, चंबा, सिरमौर और मंडी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी संख्या में मार्ग अवरुद्ध पड़े हुए है। हालांकि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। बंद पड़े मार्गों को बहाल करने के लिए 158 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं, मगर भारी बर्फबारी और पेड़ों के गिरने के चलते अभी भी 253 के करीब सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल नहीं हो पाई हैं।

12 हजार काम पर

हिमाचल की बंद पड़ी सड़कों को बहाल करने के लिए 12 हजार पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी दिन-रात कार्यरत हैं। इस दौरान 211 जेसीबी की भी सहायता ली जा रही है। इनमें से 124 जेसीबी किराए पर ली गई हैं, जबकि 77 जेसीबी पीडब्ल्यूडी की हैं। इसके साथ ही 30 डोजर, 13 अन्य मशीनें व 10 स्नो कटर (रोबोट) भी बर्फ हटाने के लिए लगाए गए हैं।

मनाली में आधा, रोहतांग में तीन फुट ताजा हिमपात

कुल्लू— रोहतांग दर्रे पर अब तक दस फुट से अधिक बर्फबारी हो चुकी है। मंगलवार को दिनभर मौसम खराब होने से रोहतांग पर तीन फुट से अधिक ताजा हिमपात होने का अनुमान है, वहीं कुल्लू और लाहुल की चोटियों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मंगलवार को चार इंच से लेकर पौना फुट तक ताजा बर्फबारी हुई है। पर्यट नगरी मनाली में भी देर शाम तक आधा फुट बर्फ गिरी। इसके अलावा चंद्रखणि, हनुमान टिब्बा, मकरवे-शिकरवे, बिजली महादेव, मलाणा सहित कुल्लू-मनाली के वामतट मार्ग पर भी बर्फ गिरी है। बर्फबारी होने से जिला लाहुल-स्पीति का शेष विश्व से संपर्क पूरी तरह कट चुका है। अंदरूनी मार्ग भी बर्फबारी से प्रभावित हो गए हैं। अब लाहुल-स्पीति के लोगों को जिला से बाहर निकलने के लिए हेलिकाप्टर ही सहारा हैं। बीआरओ के कमांडर ब्रिगेडियर अवस्थी के मुताबिक रोहतांग दर्रे पर कुल मिलाकर 10 फुट से अधिक हिमपात हुआ है, वहीं इसके आसपास के क्षेत्रों में भी तीन फुट से लेकर चार और छह-सात फुट तक बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है।

भरमौर में चार इंच तक बर्फ

भरमौर— उपमंडल में मंगलवार को एक बार फिर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है, जिसके उपमंडल शीतलहर की चपेट में आ गया है। हालांकि सुबह के समय किसी को उम्मीद नहीं थी कि बर्फबारी होगी, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट ली और हिमपात शुरू हो गया। बहरहाल देर शाम तक उपमंडल मुख्यालय में तीन से चार इंच तक ताजा हिमपात हो चुका था। मंगलवार की ही बात करें तो सुबह के समय यहां पर हल्की धूंप खिली, लेकिन बीच-बीच में बर्फ के हल्के फाहे भी गिरते रहे। नतीजतन दोपहर बाद समूचे उपमंडल में भारी बफबारी शुरू हो गई। उधर बर्फबारी होने से जनजातीय क्षेत्र में ठंड ओर भी प्रचंड हो गई है। हालात यह हैं कि बाजारों से रौनक पूरी तरह से गायब है।

पतलीकूहल में थमे पहिए

पतलीकूहल— मनाली में मंगलवार शाम से शुरू बर्फबारी से बसें पतलीकूहल से आगे नहीं चल सकीं। बर्फबारी के चलते बस चालकों ने भी यहां से आगे मनाली जाने का जोखिम नहीं लिया। हालांकि दिन के समय कुछ बसों ने कैलाथ व 17 मील से सवारियों को बिठाया और दिन भर बसों की आवाजाही रही, लेकिन देर शाम पतलीकूहल में बर्फबारी के चलते बस चालकों ने यहा रुकने में ही अपनी भलाई समझी।

यहां हालात खराब

जिला शिमला में भारी बर्फबारी के चलते अधिकांश मार्ग अवरुद्ध हो गए थे। ऊपरी शिमला के लिए वैकल्पिक मार्ग से बसे भेजी जा रही हैं। जानकारी के तहत जिला में बर्फबारी के कारण करीब 227 मार्ग बंद हो गए थे, जिसमें से 117 मार्गों को खोल दिया गया है, जबकि 110 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं।