वर्धमान महावीर पब्लिक स्कूल पुंघ, सुंदरनगर

चंड़ीगढ़ मनाली नेशनल हाई-वे 21 पर सुंदरनगर के पुंघ में स्थित वर्धमान महावीर पब्लिक स्कूल पुंघ, सुंदरनगर ने कुछ ही वर्षों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण प्रदेश भर में ख्याति प्राप्त की है। इस स्कूल की स्थापना वर्ष 2004 में की गई। स्थापना के प्रथम वर्ष इस स्कूल में छात्रों की संख्या 100 के करीब थी। शुरुआती वर्षों से लेकर अब तक इस स्कूल ने दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति की है। आज यह स्कूल सफलता की ऊंचाइयों को छू रहा है। वर्तमान समय में इस स्कूल में 950 छात्र- छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

प्रभावी पाठयक्रम

स्कूल में प्री- नर्सरी से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं चलती हैं। 11वीं और 12वीं में केवल साइंस संकाय मेडिकल व नॉन मेडिकल की कक्षाएं चलती हैं। यहां दूरदराज के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।

कर्मठ स्टाफ

वर्तमान समय में स्कूल में 50 टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ है। सभी शिक्षक योग्य व कुशल और परिश्रमी हैं। सभी प्राचार्य इंजीनियर अनुराधा जैन के मार्ग दर्शन के अनुसार ही कार्य करते हुए शत- प्रतिशत परिणाम देने में सक्षम रहते हैं।

विभिन्न प्रतियोगिताएं

स्कूल में समय- समय पर अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं सांस्कृतिक कार्यक्रम, राष्ट्रीय पर्व, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण दिवस, इंडोर गेम्ज, कला प्रतियोगिताएं व बास्केटबाल शामिल हैं। इस वर्ष शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में इस स्कूल के बच्चों का प्रदर्शन सराहनीय रहा। खेलकूद प्रतियोगिता में बच्चों ने खूब इनाम झटके हैं। स्कूल से आठ बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर की खेलों में भी भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में एकल गीत, समूहगान, नाटक व लोक नृत्य में इस स्कूल के बच्चों ने अपना लोहा मनवाया और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। समूहगान, एकल गीत, लोकनृत्य व एकांकी में स्कूल ने राज्य भर में पहला स्थान प्राप्त किया।

बेहतरीन सुविधाएं

स्कूल के छात्रों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिनमें कूलर, पंखे, अग्निशामक यंत्र, संगीत कक्ष, आईटी, फिजिक्स, केमिस्ट्री बायोलॉजी लैब व लाइबे्ररी समेत अन्य सुविधाएं शामिल हैं। खास बात यह है कि सभी लैब आधुनिक उपकरणाों से सुसज्ज्ति हैं। उसके अलावा छोटे बच्चों को गर्म भोजन उपलब्ध करवाने के लिए फूड वार्मर उपलब्ध हैं। आईटी लैब में 37 कम्प्यूटर हैं और लाइब्रेरी में 3000 विभिन्न विषयों की किताबें हैं। सभी बच्चे लाइब्रेरी पीरियड में ज्ञानवर्द्धक व मनोरंजन की किताबें पढ़ते हैं।

शिक्षा तकनीक

नर्सरी क्लासेज के बच्चों को प्ले- वे मैथड के द्वारा पढ़ाया जाता है ताकि वे खेल- खेल में बहुत कुछ सीख सकें और बच्चों को पढ़ाई में बोरियत का भी एहसास न हो सके। इसके अलावा अन्य क्लासेज के बच्चों को स्पेशल लेक्चर व विभिन्न एक्सपर्ट प्रतिभाओं के द्वारा जागरूक करवाया जाता है। समय समय पर गणित व विज्ञान विषयों की वर्कशॉप भी आयोजित की जाती है। बच्चों को कोचिंग बस्ड शिक्षा भी स्कूल मंे दी जाती है।

उत्कृष्ट परिणाम

जब स्कूल ने अपना सफर शुरू किया है, तब से लेकर आज तक स्कूल का परीक्षा परिणाम सराहनीय रहा है। गत वर्षों से 25 के करीब बच्चे मैट्रिक व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में राज्यभर में टॉप टेन की मैरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं। वहीं यहां से अध्ययन कार्य पूरा करने के बाद बहुत से छात्रों ने प्रदेशभर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में प्रवेश प्राप्त किया है। वर्ष 2015-16 के शैक्षणिक सत्र में भी साक्षी शर्मा ने 487/500 अंक प्राप्त करके बोर्ड की मैरिट लिस्ट में दूसरा, सान्या ढींगरा ने 480/500 अंक अर्जित करके बोर्ड की मैरिट में आठवां और गिरीश चंद ने 478/500 अंक हासिल कर10वां स्थान प्राप्त किया है।

भावी योजनाएं

स्कूल की संस्थापक इंजीनियर अनुराधा जैन बहुत की परिश्रमी व प्रतिभागशाली व्यक्तित्व की धनी हैं। वह बच्चों को स्कूल में और अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने व स्कूल को और उन्नत बनाने के लिए दिन- रात प्रयासरत हैं। उनके अनुसार शिक्षा का मुख्य लक्ष्य छात्रों को सफल व अच्छे नागरिक बनाना है, ताकि वे देश की उन्नति में सहभागी बन सकें।

जसवीर सिंह, सुंदरनगर