शिक्षा बोर्ड ही ले प्रायोगिक परीक्षाएं

हमीरपुर —  हिमाचल प्रदेश पदोन्नत स्कूल प्राध्यापक संघ के प्रदेश महासचिव यशवीर जम्वाल ने कहा कि संघ द्वारा बोर्ड के अध्यक्ष से विभिन्न मांगों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें शिक्षा के स्तर को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए सभी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं बोर्ड द्वारा ही ली जानी चाहिएं, न कि उसी स्कूल के विज्ञान शिक्षकों द्वारा। जमा एक व जमा दो के सभी विषयों के प्रश्नपत्रों में 10 से 15 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न शामिल किए जाने चाहिएं। बोर्ड द्वारा मूल्यांकन के लिए केवल 25 उत्तर पुस्तिकाएं प्रतिदिन दी जाएं। बोर्ड की परीक्षाओं में केंद्र अधीक्षक को 250 रुपए, उपाधीक्षक को 225 तथा पर्यवेक्षक को 200 रुपए प्रति सत्र के हिसाब से पारिश्रमिक दिया जाए। अंगे्रजी तथा हिंदी विषयों के प्रश्नपत्रों में अलग से व्याकरण का अनुभाग शामिल किया जाए। जमा एक कक्षा की परीक्षा भी बोर्ड द्वारा संचालित की जाए। एसओएस का सारा कार्य अध्यापकों से न करवाकर स्वयं बोर्ड द्वारा तैनात कर्मचारियों द्वारा किया जाए। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश पदोन्नत स्कूल प्राध्यापक संघ की बैठक पहली फरवरी को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बलबीर टेगटा से तय हुई है।