सैनिक की शहादत से गमगीन

आफताब जम्मू-कश्मीर में सात माह से दे रहे थे सेवाएं

नारायणगढ़ — उपमंडल के गांव बधौली वासी जम्मू-कश्मीर में तैनात एक जवान की अचानक तबियत खराब हो जाने से मौत हो गई। सोमवार को सैनिक का पार्थिक शरीर गांव में पहुंचने का पश्चात सैनिक सम्मान एवं मुस्लिम धर्म अनुसार सैनिक के शरीर को दफना दिया गया। हजारों की संख्या में एकत्रित लोगों ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजली दी। सैनिक आफताब के सेना से सेवानिवृत्त पिता के अनुसार उनका बेटा आफताब जम्मू-कश्मीर में अपनी सैनिक सेवा दे रहा था। रविवार को उन्हें फोन पर सूचना मिली की आफताब की तबीयत अचानक खराब हो गई है उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। अस्पताल में भर्ती इलाज के दौरान आफताब की मौत हो गई। शहीद आफताब के पार्थिक शरीर के साथ आए सूबेदार राजिंद्र सिंह ने बताया कि आफताब को बचाने की पूरी कोशिश की गई परंतु सांस लेने में दिक्कत बढ़ती ही जा रही थी और करीब नौ बजे आफताब की शहादत हो गई। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। नारायणगढ़ थानी प्रभारी सैनिक बोर्ड अंबाला सचिव वीरेंद्र मोहन शर्मा सहित हजारों की संख्या में आफताब के पार्थिक शरीर को आफताब अमर रहे पाकिस्तान मुर्दाबाद नारों के साथ दफना दिया गया। आफताब अपने पीछे पत्नी प्रवीन बानो, पांच साल की पुत्री व तीन साल के बेटे को छोड़ गए। शहीद  नायक आफताब पुत्र तैफूर अहमद वासी गांव बधौली थाना नारायणगढ़ 42 आडिनेस आर,आर नौसैरा राजौरी (जम्मू-कशमीर)में करीब छह सात माह से तैनात था यह सेना में सितंबर, 2004 में भर्ती हुआ था। अफताब के बड़े भाई, जिनकी तैनाती झांसी में है एक भाई घर पर ही रहता है। उन्हें 15 जनवरी को उसके भाई आफताब की शहादत की सूचना फोन पर मिली ।