हिमाचली संग 25 बहादुर नवाजे

नई दिल्ली— प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जान को जोखिम में डालकर दूसरों की रक्षा करने वाले एक हिमाचली बच्चे संग देश के 25 बहादुर बच्चों को सोमवार को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इन बहादुर बच्चों में 12 लड़कियां शामिल हैं। श्री मोदी ने आयोजित एक भव्य समारोह में इन नौनिहालों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2016 से नवाज कर उनकी हौसला अफजाई की। प्रधानमंत्री ने इन बच्चों की वीरगाथाएं भी सुनीं। श्री मोदी ने 21 बच्चों को और उन चार बच्चों के अभिभावकों को ये पुरस्कार प्रदान किए, जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कृत किया गया। श्री मोदी ने पश्चिम बंगाल की तेजस्विता प्रधान और शिवानी गोंड को संयुक्त रूप से गीता चोपड़ा पुरस्कार तथा उत्तराखंड के सुमित ममगई को संजय चोपडा पुरस्कार से नवाजा। बापू गैधानी पुरस्कार मिजोरम की रोलुआपुई, छत्तीसगढ़ के तुषार वर्मा और मिजोरम की ही एच लालरियातपुई (मरणोपरांत) प्रदान किया गया। जम्मू-कश्मीर की पायल देवी, अरुणाचल प्रदेश की तार पीजू को भी (मरणोपरांत) भारत अवार्ड दिया गया। श्री मोदी ने लखनऊ की अंशिका पांडे, छत्तीसगढ़ की कुमारी नीम ध्रुव, ओडिशा के मोहन सेठी, असम के टंकेश्वर पीगू, केरल के आदित्यन एमपी पिल्लई,  केरल के ही बिनिल मंजली और अखिलेश तथा बदरूनिशा केपी, दिल्ली के नमन, राजस्थान के सोनू माली, हिमाचल प्रदेश के प्रफुल्ल शर्मा, महाराष्ट्र की निशा दिलीप पाटिल, कर्नाटक की सिया वामनासा खोडे, मणिपुर के एमएस सिंह और नागालैंड के टी लुनकिम को भी निःस्वार्थ भाव से अदम्य साहस का परिचय देने के लिए पुरस्कृत किया।