धमकाने वाला मानसिक रोगी

टेलीकॉम कंपनी कार्यालय को बम से उड़ाने की दी थी धमकी

शिमला  – हिमाचल में एक टेलीकॉम कंपनी के  कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला मानसिक रूप से परेशान निकला। मेडिकल जांच में आरोपी की हालात सही नही पाई गई। फिलहाल आरोपी को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया है। वहीं सीआईडी अब जांच कर रही है कि आखिर किसने आरोपी को सिम कार्ड दिए थे। प्रदेश की सीआईडी ने  आरोपी को टेलीकॉम कंपनी  के कार्यालयों को धमकी देने के मामले में कुछ दिन पहले पकड़ा था। आरोपी  तीन साल से बद्दी में रह रहा था और वर्तमान में वह एक फार्मा फैक्टरी में काम करता था। सीआईडी को टेलीकॉम कंपनी  की ओर से शिकायत मिली थी कि आरोपी मुंबई स्थित उसके कार्यालय में बार-बार  फोन कर हिमाचल में उनके कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा है। इस पर सीआईडी ने मामला दर्ज कर आरोपी को बद्दी से दबोचा था। इसके बाद सीआईडी ने आरोपी की मेडिकल बोर्ड से जांच करवाई। बोर्ड ने आरोपी की पूरी हिस्ट्री का पता किया और अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिस तरह से आरोपी का व्यवहार रहा है,उससे उसकी खराब दिमागी हालात से इनकार नहीं किया जा सकता। आरोपी बद्दी में बंद कमरे में रहता था। वहीं  वह आसपास में किसी से भी घुलता-मिलता नहीं था। हालांकि पश्चिम बंगाल से अपने साथियों के साथ भी उसकी कोई मित्रता नहीं थी। वहीं जांच में यह भी सामने आया है कि उसने न केवल   दूसरी कई जगह भी इस तरह के फोन किए थे।  हालांकि आरोपी के पास से सीआईडी ने दो सिम कार्ड कब्जे में लिए हैं जिनको बिना किसी प्रमाण पत्र के किसी रिटेलर ने जारी किया था। सीआईडी अब इस पहलू पर जांच कर रही है कि बिना किसी  वेरिफिकेशन के ही उसको सिम कैसे जारी कर दिए गए। इस बारे में सिम जारी करने वालों की भी जांच की जा रही है।