पशु मंडियों के लिए 20 लाख

प्रदेश के दस जिलों में ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा आयोजन

हमीरपुर —  प्रदेश में पशु मंडियों के लिए 20 लाख रुपए का बजट जारी कर दिया गया है। राज्य के दस जिलों में ब्लॉक स्तर पर पशु मंडियों का आयोजन किया जाएगा। हालांकि अभी तक मंडियों की तिथियां घोषित नहीं हो पाई हैं। जल्द ही पशुपालक अपने घरद्वार के नजदीक दुधारू पशु बेच व खरीद सकेंगे। पशुपालन विभाग जल्द ही प्रदेश में दुधारू पशुओं की मंडियां लगाने की पहल करने जा रहा है। अकसर इस तरह की पशु मंडिया पंजाब, हरियाणा इत्यादि राज्यों में ही आयोजित की जाती थीं। राज्य में पहली बार पशु मंडियों के लिए बजट जारी किया गया है। इसमें हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, शिमला, सोलन, मंडी, धर्मशाला, कुल्लू, चंबा और सिरमौर जिला को दो- दो लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। इसमें पशुओं के घास, पानी व ठहरने का प्रबंध किया जाएगा। इसके तहत घास व पानी के लिए 96 हजार और टेंट इत्यादि लगाने के लिए 87 हजार का बजट दिया गया है। पशु उतारने व चढ़ाने के लिए भूमि समतल करने पर चार हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। जिला में हर माह एक पशु मंडी आयोजित की जाएगी। एक पशु मंडी पर आठ हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। पशु मंडियों में पशुपालक अपने दुधारू पशुओं जैसे कि भैंस, गाय, बकरी इत्यादि पालतू पशुओं को एक जगह पर लाना होगा। पशु मेला चार से पांच दिनों तक लगाया जाएगा। उन्हें घरद्वार के नजदीक ही अच्छे नस्ल के दुधारू पशु मिल सकेंगे। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. बीएन शर्मा का कहना है कि राज्य के दस जिलों की पशु मंडियों के लिए 20 लाख रुपए का बजट जारी कर दिया गया है। जैसे ही तिथियां निर्धारित की जाएंगी, जिला के हर ब्लॉक में पशु मंडियां लगाई जाएंगी।