बेरोजगारों से मत कमाओ सरकार

केसीसी बैंक भर्ती प्रक्रिया का खर्च 26 लाख, शिक्षा बोर्ड ने उगाहे तीन करोड़

पालमपुर – लोकसभा सांसद शांता कुमार ने बढ़ती बेरोजगारी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए विभिन्न संस्थाओं द्वारा अपनाई जा रही भर्ती प्रक्रिया के बारे में एक विस्तृत पत्र मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को लिखा है। उन्होंने कहा है कि पूरा प्रयत्न करने पर भी सरकार सभी को नौकरी नहीं दे पा रही है, देना संभव भी नहीं है, परंतु किसी भी कारण से बेरोजगार युवकों शोषण नहीं होना चाहिए। इस संबंध में एक चिंताजनक विषय उनके ध्यान में आया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा कांगड़ा सेंट्रल को-आपरेटिव बैंक में कुछ पदांे को भरने के लिए प्रार्थना पत्र अमंत्रित किए गए थे। लगभग 92 हजार युवकों ने प्रार्थना पत्र दिए और उनसे लगभग तीन करोड़ रुपए प्राप्त किए। शिक्षा विभाग द्वारा साक्षात्कार संबंधी सारी व्यवस्थाओं पर लगभग 26 लाख खर्च हुए। इसका सीधा अर्थ यह है कि इस साक्षात्कार की पूरी प्रक्रिया में शिक्षा बोर्ड ने लगभग पौने तीन करोड़ का लाभ अर्जित किया। हजारों बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि नौकरी न मिलने की निराशा एक तरफ और आने-जाने का तथा प्रार्थना पत्र शुल्क का आर्थिक बोझ दूसरी तरफ । सरकार के सभी विभागों में इस प्रकार के साक्षात्कार होते रहते हैं। बेरोजगार नौजवान आते हैं, साक्षात्कार में शामिल होते हैं और निराश होकर लौट जाते हैं। बेरोजगार नौजवानों के साक्षात्कार में इस प्रकार की कमाई करना बहुत बड़ा चिंता का विषय है। यदि प्रार्थना पत्र शुल्क लेना ही है तो उतना ही लिया जाए, जितना इस पर खर्च किया जाना है। इसे भी कमाई का साधन बनाना किसी भी तरीके से सरकार को शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि यह सारी जानकारी एक बेरोजगार नौजवान के अभिभावक द्वारा आरटीआई के माध्यम से शिक्षा विभाग से प्राप्त की है, जिसकी प्रति भी उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजी है।