भुंतर एयरपोर्ट की सर्वे रिपोर्ट में खोट

गूगल मैप का  सहारा लेकर रुड़की के इंजीनियर्ज ने बनाई थी रिपोर्ट

भुंतर— दो साल पहले आईआईटी रुड़की के इंजीनियरों की टीम द्वारा भुंतर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए किए गए सर्वेक्षण में कई खामियां सामाने आई हैं। उक्त टीम द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में कुछ ऐसे प्वांइट्स दर्शाए गए थे, जो धरातल पर मेल नहीं खा रहे थे। इसके कारण एयरपोर्ट अथारिटी को प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने में दिक्कत आ रही थी। एयरपोर्ट अथारिटी के अधिकारियों की मानें तो रुड़की के आईआईटी इंजीनियर्ज ने गूगल मैप का सहारा लेकर अधिकतर प्वांइट्स दर्शाए थे, लेकिन वास्तव में उक्त प्वाइंट्स हैं ही नहीं। एयरपोर्ट अथारिटी के खुलासे के बाद से आईआईटी इंजीनियरों द्वारा किए गए सर्वेक्षण पर सवाल उठे हैं और इनकी कार्यप्रणाली पर भी बट्टा लगा है। दूसरी ओर अथारिटी द्वारा प्रोजेक्ट रिपोर्ट केंद्र सरकार को पेश करने का कार्य भी लटक गया है। जानकार बताते हैं कि दोबारा सर्वेक्षण करने और उसकी रिपोर्ट तैयार करने में साल से भी अधिक का समय लग सकता है और तब तक एयरपोर्ट विस्तार प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में जा सकता है। भुंतर में एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य लटकने से यहां पर बड़े विमानों को लैंड करवाने के अलावा नाइट लैंडिंग जैसी सुविधाओं का सपना साकार नहीं हो रहा है तो उक्त मसले पर कें द्र और राज्य सरकार के बीच सियासी तीर भी खूब चल रहे हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार आईआईटी रुड़की से इस संदर्भ में पत्राचार हो चुका है और संकेत मिले हैं कि जल्द ही इंजीनियर्ज की टीम दोबारा सर्वेक्षण के लिए आ सकती है।

दोबारा आएगी टीम

अब प्रदेश के सबसे पुराने भुंतर एयरपोर्ट की विस्तारीकरण योजना के सर्वेक्षण के लिए रुड़की के इंजीनियर दोबारा आएंगे। इंजीनियरों की टीम सर्वेक्षण में रही त्रुटियों को दूर करेंगे। लिहाजा विस्तारीकरण योजना की राह में आ रहे रोड़े कम हो सकेंगे।