मेहनत मांगती है मॉडलिंग

नताशा सिंह मिस हिमाचल सीजन-6

मॉडलिंग में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने नताशा सिंह से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

मॉडलिंग में युवाओं के लिए करियर का क्या स्कोप है?

मॉडलिंग में युवाओं के लिए करियर के बहुत स्कोप हैं। अगर उनकी लक्ष्य पर नजर है और सच्चे मन से मेहनत कर रहे हैं, तो मॉडलिंग के क्षेत्र में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। यह फील्ड मेहनत मांगता है और फिर सफलता आपके कब्जे में होती है।

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या है?

मेरे ख्याल से किसी भी फील्ड में उतरने से पहले अपनी पढ़ाई पूरी करना जरूरी है। पढ़ाई पूरी करने के बाद ही इस फील्ड में कदम रखना चाहिए। अगर आप पढ़े-लिखे होंगे, तो आप अच्छे से डिसीजन ले सकते हैं और बुरे वक्त में खुद को संभाल सकते हैं।

जो युवा इस फील्ड में आना चाहते हैं, उनमें क्या खास गुण होने चाहिए?

जो युवा इस करियर को चुनना चाहते हैं, उनमें सबसे पहला गुण यह होना चाहिए कि वह अपने लक्ष्य पर पूरी नजर रखें और कड़ी मेहनत पर अपना फोकस करें। बाकी मॉडलिंग के लिए दूसरी खूबियां होना तो जरूरी हैं ही, पर बिना लक्ष्य निर्धारण के आप कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे।

हिमाचल में मॉडलिंग के क्या स्कोप हैं?

हिमाचल में मॉडलिंग के स्कोप ‘दिव्य हिमाचल’ के माध्यम से युवाओं को उपलब्ध हो रहे हैं। इस बारे में ‘दिव्य हिमाचल’ की सराहना की जानी चाहिए।

क्या हिमाचल में मॉडलिंग के प्रशिक्षण के लिए कोई संस्थान है?

नहीं, हिमाचल में मॉडलिंग सिखाने के लिए कोई संस्थान नहीं है। मेरे हिसाब से होना चाहिए क्योंकि किसी चीज की ट्रेनिंग लेकर आप उसमें बेहतर कर सकते हैं। केवल मात्र ‘दिव्य हिमाचल’ की वजह से ही प्रतिभाएं इस क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।

क्या लड़कों के लिए इस क्षेत्र में स्कोप हैं?

लड़कों के लिए भी बेहतर स्कोप हैं, लेकिन उन्हें इस फील्ड में लड़कियों से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

इस करियर में आमदनी के बारे में बताएं।

आमदनी इस फील्ड में काफी है, पर मेहनत भी बहुत करनी पड़ती है। आमदनी इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप इस फील्ड में कितने स्थापित हैं। आपकी पहचान ही आपकी आमदनी निर्धारिेत करती है।

रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में उपलब्ध हैं।

मॉडलिंग के क्षेत्र में काम की कमी नहीं है। अगर आप में टेलेंट है ,लगन है और आप मेहनती हैं, तो काम खुद चलकर आपके पास आएगा। स्कोप बहुत ज्यादा हंै।

आपने कहां से कोचिंग ली है?

मैंने ‘दि तियारा’ इंस्टीच्यूट से कोचिंग ली है। अपनी मेंटर रितिका जी की वजह से ही मैं इस मुकाम पर हूं।

जो युवा इस फील्ड में आना चाहते हैं, उन्हें जरूरी टिप्स दें, ताकि वे भी इस करियर को अपनाने के लिए प्रेरित हों।

मैं बस इतना ही कहना चाहती हूं कि अगर आप किसी लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं, तो धैर्य रखें और कड़ी मेहनत करें। एक दिन आप मंजिल जरूर पाएंगे।

 — पंकज सूद, मटौर