लोकलुभावन राजनीति छोड़ें वीरभद्र

वरिष्ठ भाजपा नेता-सांसद शांता कुमार ने दी सलाह

पालमपुर – सांसद शांता कुमार ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को चुनाव जीतने के उद्देश्य से घोषणांए करने से गुरेज करने की सलाह दी है। शांता कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की लालसा में कहीं भी कुछ भी कहे जा रहे हैं। वह कांगड़ा में आते हैं तो धर्मशाला को दूसरी राजधानी बना देते हैं और जब शिमला पहुंचते हैं तो धर्मशाला को राजधानी बनाने के निर्णय से पलट जाते हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जनता से लोकलुभावन असंभव और अव्यावहारिक वादे करने की राजनीति छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की राजनीति से देश और प्रदेश का हित संभव नहीं। शांता कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले चुनाव के समय प्रदेश के बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया था। वीरभद्र सिंह उससे भी मुकर गए। उनकी पार्टी ने आज से साठ वर्ष पूर्व गरीबी हटाने के नाम पर पूरे भारत का चुनाव जीता था। कांग्रेस शासन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा गरीब भारत में हो गए। क्या लोकतंत्र भोलीभाली जनता को झूठे वादों से भरमाकर धोखा देने का तरीका बन गया है। शांता कुमार ने कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदेश में बिना सोचे-समझे कई कालेज खोले, तहसीलों और उपतहसीलों की घोशणाएं की लेकिन इन कालेजों और स्कूलों में न तो पर्याप्त स्टाफ  है और न ही पर्याप्त बुनियादी ढांचा है। उन्होंने कहा कि इस तरह प्रदेश के लोगों का उपहास सहन नहीं होगा।